छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से रौंगटे खड़े कर देने वाली घटना प्रकाश में आई है। यहां एक शख्स ने पैसे और नौकरी के लालच में अपने माता-पिता और दादी की हत्या कर दी। दो दिन बाद शवों को घर में ही लकड़ी और सेनेटाइजर से जला दिया गया। उसने पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। मामले की जांच के लिए पुलिस उसके घर पहुंची तो घर में खून पड़ा मिला।
पुलिस को घर में जले हुए मानव अवशेष भी मिले हैं। इसके बाद पुलिस ने संदेह के आधार पर मृत शिक्षक के बड़े बेटे उदित से गहन पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने अपने माता-पिता और दादी की हत्या करना कबूल किया। पुलिस ने आरोपी लड़के के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे अरेस्ट कर लिया है। मिली जानकारी के अनुसार यह मामला महासमुंद जिले के सिघोड़ा थाना क्षेत्र के पुटका गांव का है. यहां शिक्षक प्रभात भोई अपनी पत्नी सुलोचना भोई और 75 वर्षीय मां जर्ना भोई के साथ रहते थे।
पैसे के लिए अक्सर माता-पिता से करता था मारपीट
उनके साथ प्रभात का बेटा उदित भी रहता था। शिक्षक का बेटा रायपुर में एमबीबीएस कर रहा है। प्रभात का बड़ा बेटा उदित भोई नशे का आदी बताया जा रहा है। पैसों को लेकर वह अक्सर अपने माता-पिता से लड़ता था। पुलिस के अनुसार, 7 मई को शिक्षक प्रभात भोई और उनके बेटे उदित का पैसे को लेकर विवाद हुआ था। उसी दिन उदित ने अपने पिता को मारने की साजिश रची। उदित ने सबसे पहले रात 2 से 3 बजे के बीच अपने पिता के सिर पर हॉकी स्टिक से हमला किया, जब घर में सभी सो रहे थे।
सेनेटाइजर डालकर 2 दिन तक तीनों के शव जलाए गए
माता ने सुलोचना का वध कर दिया। जब उदित की दादी की नींद खुली तो उसने भी डंडे से सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। उदित ने अपने माता-पिता और दादी की हत्या करने के बाद शव को घर के बाथरूम में रख दिया। फिर अगले दिन दो दिन तक घर के पीछे लकड़ी और सेनेटाइजर फेंककर तीनों के शवों को जलाया। हत्या के आरोपी उदित भोई ने बड़ी चालाकी से 12 मई को सिंगौदा थाने में अपने पिता, मां और दादी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी।
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