
हरिद्वार, 17 सितम्बर, यूपी किरण। श्रीपंच दशनाम जूना आनंद भैरव अखाड़ा द्वारा समस्त उत्तराखण्ड तथा चारों धाम हेतु निकाली जाने वाली प्राचीन पौराणिक छड़ी यात्रा को गुरुवार शाम को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सिद्वपीठ मायादेवी मन्दिर में पूजा अर्चना कर श्रद्वापूर्वक रवाना किया।

अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के निर्देशन में अंतरराष्ट्रीय सभापति एंव छड़ी यात्रा के प्रमुख श्रीमहंत प्रेमगिरि के नेतृत्व में साधुओं व श्रद्वालुओं का जत्था पवित्र छड़ी लेकर ऋषिकेश के लिए रवाना हुआ। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अपने मंत्रीमण्डल सहयोगी शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के साथ निर्धारित समय पर मायादेवी मन्दिर पहुचे, जहां श्रीमहंत हरिगिरि, श्रीमहंत प्रेमगिरि, श्रीमहंत पृथ्वी गिरि, जगदगुरू महामण्डलेश्वर पंचानंद गिरि, सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, महांमंत्री श्रीमहंत केदारपुरी कोठारी महंत लालभारती थानापति नीलकंठ गिरि आदि के सानिध्य में मुख्यमंत्री ने पवित्र छड़ी का पूजन किया।
श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि इस प्राचीन छड़ी यात्रा के माध्यम से जहां तीर्थाटन पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा वहीं स्थानीय युवाओं को रोजगार मिलेगा, जिसके बाद पलायन रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में कोरोना जैसी जानलेवा महामारी फेली हुई है और केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित कई राष्ट्रीय नेता अस्वस्थ चल रहे हैं। इन सभी की कुशलता की कामना के साथ-साथ कोरोना की समाप्ति के लिए सभी तीर्थो में विशेष पूजा अर्चना साधु-संतों द्वारा की जायेगी।
उन्होंने कहा कि अगामी कुम्भ मेला 2021 को लेकर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत तथा उनके सहयोगी अत्यंत गंभीरता व सक्रियता से व्यवस्थाओं में जुटे हुए है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में निश्चित रूप से कुम्भ मेला 2021 निर्विघ्न, कुशलता व भव्यता के साथ सम्पन्न होगा। उत्तराखण्ड के समस्त तीर्थों व चारों धाम में कुम्भ मेले की सफलता व मुख्यमंत्री के स्वस्थ दीघार्यु रहने की कामना के साथ विशेष पूजा अर्चना की जायेगी।