हिंदुस्तान पर कभी भी हमला कर सकता है ये देश, खदेड़ने के लिए तैयार है इंडियन आर्मी

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हिंदुस्तान तथा चीन के बीच चल रहे तनाव के को देखते हुए दोनों देशों के सैन्य अफसरों के मध्य बातचीत का दौर जारी है, लेकिन चीन की हर हरकत पर हिंदुस्तान ने नजर बनाई हुई है। चीन एक ऐसा देश है जो सरप्राइज अटैक (अचानक हमला) करने के लिए जाना जाता है। इस आशंका को देखते हुए हिंदुस्तान थल और वायु सेना अलर्ट हैं।

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वहीं दिनों चीन की किसी भी गंदी हरकत का जवाब देना के लिए दोनों ही सेनाएं अपनी सैन्य शक्ति बढ़ाने में लगी हुई हैं। हिंदुस्तानीय सेना और एयरफोर्स उच्च ऊंचाई पर युद्ध करने की तैयारियों में लगी हुई है, जिससे दुश्मन को मुकम्मल जवाब दिया जा सके। वहीं चीन की यही कोशिश रहती है कि वो सरप्राइज अटैक ही करे जिससे सामने वाले को सम्भलने का मौका न मिल सके और वो उसे पर हावी हो जाए।

सेना के सूत्रों ने बताया कि रणनीतिक दृष्टि से अहम एलएसी पर बने एडवांस लैंडिंग ग्राउंड (ALG) की संख्या और ताकत दोनों बढ़ेगी। ये ऐसे मैदान हैं, जो लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के नजदीक ही बने हुए हैं। ऐसे मैदान न केवल हिंदुस्तान बल्कि चीनी सेना ने भी अपने क्षेत्रों में बना रखे हैं।

हिंदुस्तान और चीन दोनों ने ही अपने सीमा क्षेत्रों में ALG बना रखें हैं। जिससे जरूरत पड़ने पर खुद को मजबूत किया जा सके। युद्ध के समय या आशंका को देखते हुए वायुसेना की सहायता से बॉर्डर पर जल्द से जल्द फौजियों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है। चीन ने LAC से सिर्फ 15 किलोमीटर की दूरी पर एक मजबूत एयरफील्ड तैयार कर रखा है।

1962 में भी चीन ने यही किया था

वहीं हिंदुस्तान की आर्म्ड फोर्सेस ने भी उत्तर-पूर्व में अपना ALG तैयार किया हुआ है। जिन्हे पीछे 8 सालों के भीतर तैयार किया गया है। जिस पर अब ग्लोब मास्टर व सुपर हरक्यूलिस जैसे विमान भी लैंड हो सकते हैं। वहीं हिंदुस्तान बॉर्डर क्षेत्रों के पास अब और भी ALG बनाने पर कार्य कर रहा है। चीन ने वर्ष 1962 में भी सरप्राइज अटैक ही किया था। जिसमे उसने फ्लैम थ्रोवर गन का उपयोग कर इंडियन आर्मी को चौका दिया था। वर्ष 2020 में हिंदुस्तान 1962 वाला देश तो नहीं है यह चीन जानता है, मगर चीन प्रवृति में फेरबदल नहीं हुआ है।

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