चीन की आर्मी अपने दुश्मनों के हर कदम पर नज़र बनाये हुए है, आपको बता दें कि दुश्मन देशों की हर तैयारी और संसाधनों का जायजा लेने के लिए अंतरिक्ष का इस्तेमाल कर रहा है। रोबोट से लेकर सैटेलाइट जैमर तक, चीन, अंतरिक्ष से अपने दुश्मनों का सब कुछ देख रहा है, ये दावा एक अमरीकी रिपोर्ट में किया गया है।
वहीँ रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन उपग्रह जैमर, आक्रामक साइबर क्षमताओं और ऊर्जा हथियारों जैसे इलेक्ट्रॉनिक युद्ध क्षमता विकसित कर रहा है। अमरीकी रक्षा विभाग की 200 पेज की रिपोर्ट में कहा गया है कि शांति और संप्रभुता का सम्मान करने के अपने सार्वजनिक रुख को जाहिर करने के बावजूद, चीन अंतरिक्ष में खुद को मजबूत कर रहा है।
इसके साथ ही रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने जमीन पर आधारित लेजर, परिक्रमा करने वाले अंतरिक्ष रोबोटों के साथ-साथ प्रौद्योगिकियों का विकास जारी रखा है। चीन संकट के दौरान अंतरिक्ष-आधारित परिसंपत्तियों के उपयोग को रोकने या दुश्मन देशों के हमलों को रोकने के लिए डिज़ाइन की गई कई अंतरिक्ष क्षमताओं का विकास कर चुका है या करना जारी है।
बता दें कि खबर है कि चीन ऐसे रोबोटस तैयार कर रहा है जो युद्ध के मैदान में उतरेंगे या फिर मालवाहक का काम करेंगे।जब रिपोर्ट के निष्कर्षों को भारत की अपनी क्षमताओं के साथ मिलाया जाता है, तो भारत आर्थिक और सैन्य रूप से पिछड़ता हुआ प्रतीत होता है, यहां तक कि इसरो और डीआरडीओ दोनों लेजर हथियारों सहित रणनीतिक क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। चीन के पास अब दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है। उसकी ‘आंखें’ पाकिस्तान, श्रीलंका, म्यांमार के ठिकाने हैं।