बीजिंग॥ हिंदुस्तान के पड़ोसी मुल्क चीन ने कहा है कि उसने अमेरिका के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है और अमेरिका को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। जानकार इसे एक प्रकार की धमकी बता रहे हैं।
विदेश मंत्री ने 11 सिंतबर को रूसी विदेश मंत्री सगेर्ई लावरोव के साथ वातार् के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन ने अन्य देशों के आंतरिक मुद्दों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है और निश्चित रूप से उसने अमेरिका के आंतरिक मामलों में कभी दखल नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि ये चीन की कूटनीतिक परंपरा और मामलों को संभालने का अपना तरीका है, साथ ही इंटरनेशनल रिश्तों का मूलभूत सिद्धांत भी है।
चीनी विदेश मंत्री ने बताया कि अब वक्त आ गया है कि चीन अमेरिका से अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के लिए कहे। विदेश मंत्री ने कहा कि चीन की शीर्ष विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने कभी भी अमेरिका के आंतरिक मामलों पर चर्चा नहीं की और न ही कोई विधेयक पेश किया, मगर अमेरिकी कांग्रेस चीन के आंतरिक मामलों पर निरंतर बिल पेश कर रही है। अमेरिका इस मामले में बहुत आगे चला गया है।
चीनी विदेश मंत्री ने बताया- अमेरिका में कुछ लोगों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मानदण्डों का पालन करते हुए पहले अपने मसलों का प्रबंधन करना चाहिए औरर अन्य देशों के आंतरिक मसलों में इंटरफेयर करना बंद करना चाहिए। वरना फिर हमें सख्त कदम उठाना पड़ेगा।