चॉकलेट खाना किसको नही पसंद होता। लगभग सभी उम्र के लोग चॉकलेट खाने के शौकीन होते हैं। चॉकलेट की लोकप्रियता के कारण ही इसके लिए हर साल एक विशेष दिन मनाया जाता है, जिसको चॉकलेट डे (Chocolate day) कहते हैं।लेकिन क्या आपको चॉकलेट खाने से होने वाले नुकसान के बारे में पता है? अगर नहीं पता तो इस लेख को पढ़ने के बाद पता चल जायेगा।इस आर्टिकल में हम चॉकलेट के फायदे और नुकसान दोनो के बारे में चर्चा करेगे।
चॉकलेट उष्णकटिबंधीय थियोब्रोमा कोको के पेड़ के बीज से बनाई जाती है। इसका प्रारंभिक उपयोग मेसोअमेरिका में ओल्मेक सभ्यता के समय का है।उच्च वसा और चीनी सामग्री के कारण चॉकलेट को बहुत खराब ख्याति प्राप्त होती है।इसके सेवन से मुँहासे, मोटापा, उच्च रक्तचाप, कोरोनरी धमनी की बीमारी और मधुमेह आदि के खतरे बढ़ जाते है।हालांकि, नीदरलैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में प्रकाशित चॉकलेट के स्वास्थ्य प्रभावों की समीक्षा के अनुसार, यह इतना भी बुरा नहीं है।
चॉकलेट की एंटीऑक्सीडेंट क्षमता के कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। डार्क चॉकलेट की तरह कोको की मात्रा जितनी अधिक होगी, उतने ही अधिक लाभ होंगे। डार्क चॉकलेट में वसा और चीनी भी कम हो सकती है, लेकिन लेबल की जांच करना महत्वपूर्ण है।
चॉकलेट के सेवन से आपको निम्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
द जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि चॉकलेट का सेवन कम घनत्व वाले लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जिसे “खराब कोलेस्ट्रॉल” भी कहा जाता है।
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल के वैज्ञानिकों ने सुझाव दिया है कि दिन में दो कप हॉट चॉकलेट पीने से मस्तिष्क को स्वस्थ रखने और वृद्ध लोगों में याददाश्त बढ़ाने में मदद मिल सकती है।शोधकर्ताओं ने पाया कि हॉट चॉकलेट ने मस्तिष्क के उन हिस्सों में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद की जहां इसकी जरूरत थी। जर्नल एपेटाइट में 2016 में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि साप्ताहिक रूप से कम से कम एक बार चॉकलेट खाने से दिमाग की कॉग्निटिव क्षमता में सुधार हो सकता है।
द बीएमजे में प्रकाशित एक शोध से पता चलता है कि चॉकलेट का सेवन एक तिहाई से हृदय रोग के विकास के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है।
कनाडा के वैज्ञानिकों ने 44,489 व्यक्तियों के एक अध्ययन में पाया कि जो लोग चॉकलेट की एक सर्विंग खाते हैं, उनमें स्ट्रोक का अनुभव चॉकलेट न खाने वालों की तुलना में 22 प्रतिशत कम होता है।साथ ही, जिन लोगों ने सप्ताह में लगभग दो औंस चॉकलेट खाई, उनमें स्ट्रोक से मरने की संभावना 46 प्रतिशत कम थी।
अटलांटा में मातृ–भ्रूण चिकित्सा सोसायटी की 2016 की प्रेगनेंसी मीटिंग में प्रस्तुत एक अध्ययन के मुताबिक, गर्भावस्था के दौरान हर दिन 30 ग्राम (लगभग एक औंस) चॉकलेट खाने से भ्रूण के विकास को फायदा हो सकता है।
चॉकलेट जितना डार्क होगा, उसमे कोको की मात्रा उतनी ही अधिक होगी, और इसलिए, सिद्धांत रूप में, बार में एंटीऑक्सीडेंट का स्तर उतना ही अधिक होगा।इसलिए लाइट चॉकलेट की अपेक्षा डार्क चॉकलेट ज्यादा फायदेमंद होती है।
चॉकलेट के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं, लेकिन इसके कुछ निम्नलिखित नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं।
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि चॉकलेट का सेवन उच्च कैलोरी, शुगर और वसा की मात्रा के कारण आपके वजन में वृद्धि कर सकता है।चॉकलेट खाना उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो अपने शरीर को मोटा करना चाहते हैं और वजन बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन यह उन लोगों के लिए बिल्कुल भी आदर्श नहीं है जो पहले से ही अपने मोटापे और वजन बढ़ने की समस्या से जूझ रहे हैं।
चॉकलेट में बहुत अधिक मात्रा में शुगर पाया जाता है, इसलिए मोटे लोगों और डायबिटीज से पीड़ित लोगों को चॉकलेट बिलकुल भी न खाना चाहिए।इसके अलावा चॉकलेट उन लोगों के लिए भी आदर्श नहीं है जिनको दात की समस्याएं हैं क्योंकि चॉकलेट का सेवन दातों की समस्याएं बढ़ा सकता है।
कुछ लोगों को कोकोआ के टायरामाइन, हिस्टामाइन और फेनिलएलनिन की उपस्थिति के कारण नियमित रूप से चॉकलेट खाने पर माइग्रेन में वृद्धि का अनुभव हो सकता है।
कुछ प्रमाण हैं कि चॉकलेट खराब हड्डियों की संरचना और ऑस्टियोपोरोसिस का कारण हो सकता है।द अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक अध्ययन के नतीजे में पाया गया कि हर दिन चॉकलेट का सेवन करने वाली वृद्ध महिलाओं में हड्डियों का घनत्व और ताकत कम होती जाती है।
कुछ कोको पाउडर, चॉकलेट बार और कोको निब में उच्च स्तर में कैडमियम और लेड हो सकते हैं, जो किडनी, हड्डियों और शरीर के अन्य ऊतकों में हैवी मेटल प्वाइजनिंग का कारण बन सकते हैं 2017 में, कंज्यूमर लैब ने 43 चॉकलेट उत्पादों का परीक्षण किया और पाया कि लगभग सभी कोको पाउडर में प्रति सर्विंग 0.3 एमसीजी से अधिक मात्रा में कैडमियम था, जो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा रिकमेंडेड मात्रा से ज्यादा है.
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