BJP की आलोचना करने वाले कैबिनेट मंत्री राजभर को CM योगी ने दी ये नसीहत !

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Lucknow. भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखी बयानबाजी करने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर का लंबे अरसे बाद व्यक्तिगत तौर पर योगी आदित्यनाथ से आमना-सामना हुआ। सूत्रों का कहना है कि राजभर और भाजपा के बीच तीखे हो रहे रिश्तों के बीच हुई इस मुलाकात में मुख्यमंत्री ने राजभर से भाजपा के खिलाफ तीखी बयानबाजी बंद करने को कहा तो राजभर बोले हमारी मांगें मान लीजिए, मैं कुछ नहीं बोलूंगा।

CM योगी

मौका था विधानसभा के शीतकालीन सत्र का। सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री विधानसभा परिसर में स्थित अपने कक्ष में पहुंचे। तभी सदन से निकलते वक्त उनका सामना ओम प्रकाश राजभर से हुआ। माना जा रहा है कि इसी दौरान मुख्यमंत्री ने संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना के साथ ओम प्रकाश को अपने कक्ष में बुलाया। ओम प्रकाश कुछ ही देर में मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच गए।

माना जा रहा है कि दोनों की बातचीत में मुख्यमंत्री ने ओम प्रकाश राजभर से भाजपा के खिलाफ की जा रही आपत्तिजनक बयानबाजी पर खासा एतराज जताया। बातचीत के दौरान हाल के दिनों में ओबीसी आरक्षण में बंटवारा और प्रधानमंत्री की प्रस्तावित गाजीपुर कार्यक्रम को लेकर राजभर के बयान रहे। सूत्र बताते हैं कि राजभर की बयानबाजियों पर मुख्यमंत्री ने उनसे सवाल किए। पूछा कि दिक्कत क्या है? प्रधानमंत्री के कार्यक्रम को लेकर बयान दिए जाने पर आपत्ति जताई? सलाह दी कि बयानबाजी बंद कर दें। इसके जवाब में राजभर ने कहा कि उनकी मांगे मान ली जाएं तो बयानबाजी पूरी तरह बंद कर देंगे।

ओम प्रकाश ने गिनाईं दिक्कतें

सूत्रों का कहना है कि ओम प्रकाश राजभर ने एक-एक कर कई मुद्दे मुख्यमंत्री के सामने रखें। कहा कि उनकी पार्टी को कार्यालय नहीं दिया। स्थानीय निकाय चुनाव में दो-तीन पंचायत तक नहीं देने की बात कही। अन्य पिछड़ा वर्ग के 27 फीसदी आरक्षण में बंटवारे के वादे के बाद भी सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट पर कोई फैसला नहीं लेने का मुद्दा जोरशोर से रखा। यहां तक कहा कि जब उनकी राजनीति खत्म कर देने की कोशिश की जा रही है तो वह भी अपनी पार्टी बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

वाराणसी व लखनऊ में लगी होर्डिंग पर जताई आपत्ति

ओम प्रकाश राजभर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गाजीपुर कार्यक्रम से संबंधित होर्डिंग जो वाराणसी और लखनऊ में लगे हैं उनके फोटो तक दिखाए। उन्होंने होर्डिंग में प्रधानमंत्री की फोटो नीचे होने पर आपत्ति दर्ज की। मुख्यमंत्री ने राजभर की बातें ध्यान से सुनीं और सबका यथोचित जवाब भी दिया। अंत में यह बातचीत बयानबाजी बंद करने के संकेतों के बीच समाप्त हुई। बातचीत के दौरान नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना लगातार बने रहे। इस बाबत पूछे जाने पर ओम प्रकाश राजभर ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की बात स्वीकारी।

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