आपने कहानियों में भगवान के लिए पत्र की कहानी सुनी होगी पर आज हम आपको एक ऐसी शिकायत के बारे में बतायेगें जो इंद्र देव के खिलाफ की गयी हैं। जी हां, सही सुना आपने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के गोंडा (Gonda) शहर में एक अनोखी शिकायत दर्ज हुई है जो किसी इंसान के खिलाफ नहीं बल्कि बारिश के देवता इंद्र देव के खिलाफ की गई हैं।
दरअसल, इस समय जहां हर तरफ धान रोपाई का समय है, जिसमें पानी की सबसे ज्यादा जरूरत होती है और ऐसे में डीजल के दाम बढ़ने और बारिश ना होने से किसान परेशान हैं। बारिश के लिए लोग तरह—तरह के टोने-टोटके कर रहे हैं।
परन्तु गोंडा में तो अनोखी घटना हुई। यहां पर इंद्र देवता को विरोधी मानकर उनके खिलाफ संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की गई है और अधिकारियों से निवेदन किया गया है कि जल्द से जल्द कार्रवाई करने की कृपा करें। आइए बताते हैं आपको पूरा मामला क्या हैं।
बता दें कि बीते शनिवार को गोंडा जिले में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ था जिसमें झार ग्राम के रहने वाले सुमित कुमार यादव ने उप जिलाधिकारी करनैलगंज को एक शिकायत दी। जिसमें लिखा था कि ‘पिछले कई महीने से पानी नहीं गिर रहा है।
जिससे जनमानस बहुत ही परेशान है और जीव-जंतुओं, खेती पर भारी प्रभाव है इससे घर में रह रही औरतें और छोटे बच्चे काफी ज्यादा परेशान हैं। अतः श्रीमान से निवेदन है कि आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा करें।’ हैरानी की बात यह है कि सुमित कुमार यादव के शिकायती पत्र को तहसीलदार करनैलगंज कार्यवाही के लिए फॉरवर्ड भी कर दिया है।
आपको बताते चले कि सोशल मीडिया पर इंद्रदेव के खिलाफ दर्ज शिकायत की चर्चा हर तरफ हो रही है और लोग तरह—तरह के रिएक्शनद दे रहे हैं। डॉक्टर मानसी द्विवेदी नामक एक यूजर ने लिखा कि भाई गोंडा में कुछ भी संभव है।
इंद्र देव फंसे हैं.वहीं, संजय यादव नाम के एक यूजर ने ट्वीट किया, ‘आषाढ़ के महीने में जहां झमाझम बारिश हुआ करती थी वहीं आज के समय में बूंदाबांदी भी देखने को नहीं मिलती ना जानें क्यों इंद्र देव जी रूठ गए हैं?’
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