पंजाब कांग्रेस में पिछले कुछ महीनो से किसी ना किसी तरह टकराव जारी है, ऐसे में पार्टी आलाकमान भी इस से परेशान नज़र आ रहा है. आपको बता दें कि प्रदेश कांग्रेस में आपकी तकरार कम होने का नाम नहीं ले रही है। जहाँ सबसे पहले देश ने पहले नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह की लड़ाई देखी। वहीँ जैसे तैसे पहला मामला खत्म हुआ कि उसके बाद नए नवेले मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से भी सिद्धू के मनमुटाव की खबरें खूब सुर्खियां बटोरी।
वहीँ अब पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रभारी हरीश रावत और पंजाब से ही राज्यसभा सांसद मनीष तिवारी आमने-सामने हैं। राज्यसभा सांसद ने आरोप लगाया कि पंजाब राज्य इकाई में अराजकता फैलाई जा रही है।
गौरतलब है कि हाल ही में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) द्वारा हरीश चौधरी को पंजाब और चंडीगढ़ का प्रभारी नियुक्त किया गया था। उन्होंने उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत की जगह ली है।
मनीष तिवारी ने आज लिखा कि , “हरीश रावत जी! मैं उन दिनों एनएसयूआई का नेतृत्व करता था…जब आप कांग्रेस सेवादल का करते थे। मेरे मन में आपके लिए बहुत सम्मान है…चूंकि आपने मुझे एक साक्षात्कार में संदर्भित किया है…इसलिए मैं आपको यह बात बताना चाहता हूं कि…40 साल से अधिक समय में मैंने कांग्रेस में ऐसी अराजकता कभी नहीं देखी।”
मनीष तिवारी ने आगे लिखा, ”पिछले 5 महीनों से यह पंजाब कांग्रेस…बनाम पंजाब कांग्रेस की लड़ाई हो चुकी है…क्या हमें लगता है कि पंजाब के लोग इस डेली सोप ओपेरा से घृणा नहीं करते हैं?”….हालांकि ये लड़ाई कब तक चलेगी ये देखने वाली बात होगी.