उत्तर प्रदेश, 23 जनवरी | कांग्रेस द्वारा अलीगढ़ शहर सीट से सलमान इम्तियाज को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किए जाने के लगभग एक हफ्ते बाद जिला प्रशासन ने उन्हें ‘शांति के लिए खतरा’ बताते हुए उन्हें ‘जिला बदर’ कर दिया है।
आपको बता दें कि एएमयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष इम्तियाज को सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान परिसर में हिंसा सहित आपराधिक गतिविधियों में उनकी कथित भूमिका को लेकर जिले से छह महीने के लिए निष्कासित कर दिया गया है। उन्हें अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) ने 13 जनवरी को उम्मीदवार घोषित किया था और 20 जनवरी को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था।
उत्तर प्रदेश कंट्रोल ऑफ गुंडा एक्ट के तहत अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम), शहर, राकेश कुमार पटेल द्वारा उनके घर पर चिपकाए गए निष्कासन आदेश को जारी किया गया था। आदेश में कहा गया है कि इम्तियाज “शहर की शांति के लिए खतरा थे और उनकी उपस्थिति ने जनता के लिए खतरा पैदा कर दिया।”
कई अन्य एएमयू छात्रों को भी इस तरह के प्रतिबंध आदेश जारी किए गए थे। आदेश के अनुसार, 2019 और 2020 में सीएए का विरोध के दौरान इम्तियाज के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में हत्या का प्रयास, धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास स्थान और सार्वजनिक संपत्तियों को नष्ट करने के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने सहित विभिन्न आईपीसी धाराओं के तहत छह प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
इम्तियाज को अलीगढ़ शहर निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार मुक्ता राजा, मौजूदा विधायक संजीव राजा की पत्नी और समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार जफर आलम के खिलाफ खड़ा किया गया है।