अब होगा बड़ा आंदोलन- जेईई और नीट परीक्षा को कांग्रेस करेगी प्रदर्शऩ, कहा- इस तारीख को करेंगे॰॰॰

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नई दिल्ली॥ अखिल भारतीय कांग्रेस के निर्देश पर प्रस्तावित जेईई और नीट परीक्षा को स्थगित करने की मांग को लेकर 28 अगस्त को राजधानी रांची सहित सभी जिला मुख्यालयों में अवस्थित केंद्र सरकार के कार्यालयों एवं प्रतिष्ठानों के समक्ष प्रदर्शन किया जाएगा। जबकि स्पीक अप स्टूडेंट सेफ्टी के माध्यम से सोशल मीडिया पर बृहद आनलाइन कैंपेन अभियान चलाया जाएगा।

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पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर उरांव ने गुरुवार को बताया कि कोरोना संक्रमणकाल में जेईई और नीट परीक्षा का आयोजन नहीं होना चाहिए। इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी बुधवार को झारखंड सहित देश के अन्य गैर भाजपा शासित राज्यों के साथ वर्चुअल मीटिंग की थी। इस दौरान सभी गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी परीक्षा के आयोजन के खिलाफ सामूहिक रूप से आंदोलन शुरू करने की बात की थी। इसी क्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से एक पत्र जारी कर 28 अगस्त को देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का निर्णय लिया गया है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी जेईई और नीट को फिलहाल स्थगित करने की वकालत करते हुए कहा कि इन परीक्षाओं में बैठने वाले छात्र-छात्राएं अपने स्वास्थ्य और भविष्य को लेकर चिंतित है। उनके मुद्दे है, कोविड-19 संक्रमण, महामारी में परिवहन और आवास में कमी तथा असम-बिहार में बाढ़ की तबाही।

भारत सरकार को सब पक्षों की बात सुनकर एक सार्थक समाधान निकालना चाहिए। दूसरी तरफ छात्र संगठन एनएसयूआई की ओर से इस परीक्षा के आयोजन को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे और राजेश गुप्ता ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा आयोजित “जेइइ मेन/ नीट“ (संयुक्त प्रवेश परीक्षा 1 से 6 सितंबर) से आयोजित करने की घोषणा हुई है, जिसका इस कोरोना महामारी और इसके दिशा निर्देश को लेकर चौतरफा विरोध हो रहा है।

झारखंड कांग्रेस ने भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रामेश्वर उराँव के नेतृत्व में निर्णय लिया है कि 28 अगस्त को स्पीक अप फॉर स्टूडेंट सेफ्टी को लेकर एक वृहद ऑनलाइन कैम्पेन चलेगा।

सुबह दस बजे से सोशल मीडिया के फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब के माध्यम से पार्टी के नेता-कार्यकर्त्ता विद्यार्थियों के हित में अपनी आवाज को बुलंद करेंगे।प्रवक्ताओं ने कहा कि इस परीक्षा में एक साथ पचास लाख से ज्यादा लोगों का आवागमन होगा तो ऐसे में सुरक्षा एक बहुत बड़ा सवाल है। वहीं दूसरी तरफ झारखंड जैसे देश के लगभग सभी प्रदेशों में गाड़ियों का परिचालन बन्द है। होटल,लाज सब कुछ बन्द है। लोग इतने सामर्थ्य वान नहीं है जो रातोंरात सबकुछ व्यवस्था कर लें। ऐसे में परीक्षा लेने की हठधर्मिता को स्वीकार नहीं किया जाएगा।

 

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