कोरोना काल : प्रमुख विपक्षी दलों ने मोदी सरकार को लिखा खुला पत्र, दिए अहम सुझाव

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नई दिल्ली। देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर कोहराम मचा रही है। कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए केंद्र सरकार के ढीले-वाले इंतजाम फेल हो रहे हैं। देश वैक्सीन और ऑक्सीजन की किल्लत से जुझ रहा है।वैक्सीन के दाम भी तय किए गए हैं। विपक्षी पार्टियां इसपर लगातार सवाल उठा रही हैं। बुधवार को सोनिया गांधी समेत प्रमुख विपक्षी दलों के नाताओं ने मोदी सरकार को खुला पत्र लिखा है। इस पत्र में विपक्षी नेताओं ने सरकार को कई अहम सुझाव दिए हैं।

मोदी सरकार को प्रेषित पत्र में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, शिवसेना प्रमुख व महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, डीएमके के एमके स्टालिन, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, सीपीआई के सीताराम येचुरी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, डी राजा, फारूक अब्दुल्ला, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के हस्ताक्षर हैं।

इस पत्र में प्रधानमंत्री मोदी से मांग की गई है कि केंद्र बजट में आवंटित 35,000 करोड़ का इस्तेमाल वैक्सीन के लिए करे। इसके साथ ही वैक्सीन, ऑक्सीजन और मेडिकल उपकरणों की खरीद के लिए प्राइवेट ट्रस्ट फंड की बेनामी संपत्तियों और पीएम केयर्स फंड के पैसे जारी किए जाएं। विपक्षी नाताओं ने पीएम से देशभर में जल्द-से-जल्द नि:शुल्क, सामूहिक वैक्सीनेशन अभियान केन्द्र शुरू करने की मांग की है।

विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री से सेंट्रल विस्टा के निर्माण कार्य को रोकने,इसके लिए आवंटित धन को ऑक्सीजन और वैक्सीन की खरीद के लिए खर्च करने की मांग की है। इसके साथ ही विपक्षी दलों के नेताओं ने नए कृषि कानूनों को निरस्त करने, सभी बेरोजगारों को 6 हजार रुपये प्रति महीने और जरूरतमंदों को नि:शुल्क अनाज उपलब्ध कराने का भी सुझाव दिया है।

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