लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना महामारी से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को पूरी तरह प्रभावी बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि कोविड टेस्टिंग में इजाफा करते हुए रोजाना कम से कम डेढ़ लाख टेस्ट किये जाएं। उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों से लगातार सम्पर्क बनाये रखते हुए उनके उपचार की सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये हैं।
सीएम योगी आज यहां शास्त्री भवन में आयोजित टीम-9 की बैठक में उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकांश कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन की ही जरूरत पड़ रही है। ऐसे में उन्हें कोविड आइसोलेशन प्रोटोकॉल की पूरी जानकारी दी जाए। उन्होंने कहा कि एनसीआर के जिलों समेत लखनऊ में अधिक मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे में इन जनपदों में फेस मास्क की अनिवार्यता को प्रभावी ढंग से लागू कराया जाए।
लोगों को कोविड प्रोटोकॉल का अनुपालन करने के लिए अवेयर किया जाए। उन्होंने इसके लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी इस्तेमाल किये जाने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि बीते 24 घण्टों में प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 203 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 162 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया है। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1316 है।
पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 91 हजार 673 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 11 करोड़ 07 लाख 90 हजार 314 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं। बैठक में मुख्यमंत्री ने बच्चों के टीकाकरण कार्य में और तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को पात्रता के अनुसार अब दूसरी डोज भी दी जाए। वहीं 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को बूस्टर डोज भी लगाई जाये। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि योजनाबद्ध प्रयासों और अन्तर्विभागीय समन्वय से प्रदेश में इन्सेफेलाइटिस पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया गया।