दुनिया में सिर्फ तीन प्रतिशत महिलाएं ही करती हैं ये जरूरी काम, बनता है अलौकिक संबंध

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अजब-गजब॥ स्तनपान को बढ़ावा देने के लिए गाजियाबाद की गायनी सोसायटी आगे आई है और वह विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन कर महिलाओं को स्तनपान के लिए जागरूक कर रही है। साथ ही स्तनपान को लेकर महिलाओं में जो भ्रांतियां हैं उन्हें भी दूर कर रही है।

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इन दिनों पूरे विश्व में एक अगस्त से ब्रेस्टफीडिंग सप्ताह मनाया जा रहा है। जो आगामी सात अगस्त तक मनाया जाएगा। इसके अंतर्गत ही गाजियाबाद गायनी सोसायटी विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को अपने नवजात बच्चों को स्तनपान करने के लिए जागरूक कर रही है।

सोसायटी की अध्यक्ष डा. अल्पना कंसल ने बताया कि यह बेहद चैकाने वाली बात है कि विश्व भर में कुल 30 प्रतिशत मां ही अपने बच्चे को स्तनपान कराती है। जबकि मां का दूध शिशु के लिए उत्तम आहार है। शिशु के लिए यह एक प्राकृतिक टीका है, जिसके माध्यम से बच्चे को बहुत सारी बीमारियों से लड़ने की क्षमता मिलती है। बच्चे के पैदा होते ही आधे घंटे के अंदर ही शिशु को स्तनपान कराना आवश्यक है,इससे मां और बच्चे का अलौकिक संबंध भी बनता है।

गाजियाबाद गायिनी सोसाइटी की सचिव डा. अंजना सभरवाल ने बताया कि इस अवेयरनेस वीक के तहत गायनी डाक्टर्स ने स्तनपान को लेकर स्लोगन लिखे हैं और पोस्टर बनाएं है। अस्पतालों में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्तनपान कराने से होने वाले फायदों से अवगत कराया जा रहा है और कोविड-19 की स्थिति में भी गर्भवती महिलाओं को स्तनपान कराने से शिशु को होने वाले महत्व से भी अवगत कराया जा रहा है। डा. मोनिका केसरवानी ने बताया कि पहले 6 महीने में शिशु को सिर्फ मां का दूध ही पिलाना चाहिए, उसे 6 माह तक पानी की भी आवश्यकता नहीं है।

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