
दिल्ली डायलॉग और डेवलपमेंट कमीशन (DDC) के वाइस चेयरमैन पद से इस्तीफा देने के बाद आशीष खेतान ने पूरी तरह खुद को सरकार के कामकाज से अलग कर लिया है. 3 साल के कार्यकाल के बाद अचानक इस्तीफे ने सबको हैरान कर दिया है.
इस्तीफा मंजूर होते ही आशीष खेतान अपने नए दफ़्तर में शिफ्ट हो गए हैं. खेतान ने बताया कि वो अब सिर्फ वकालत पर फोकस करना चाहते हैं.
इस्तीफा देने की वजह व्यक्तिगत
इस्तीफे की वजह पूछने पर खेतान ने कहा, ‘मेरे इस्तीफा देने की वजह व्यक्तिगत है. मैंने कानून की पढ़ाई पत्रकार रहते हुए की थी. लेकिन उसके बाद राजनीति, चुनाव लड़े और सरकार भी आ गई. लीगल प्रोफेशन जॉइन करने का काफी पहले से मन था और अब इसकी शुरुआत का उचित समय है.’
अचानक नहीं दिया इस्तीफा
3 साल के बाद अचानक डीडीसी की जिम्मेदारी छोड़ने के सवाल पर बड़ी तसल्ली से जवाब देते हुए खेतान ने कहा, ‘मैंने अचानक इस्तीफा नहीं दिया है. इससे पहले कई बार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से गुजारिश की थी कि मुझे वकालत करने दी जाए. मेरा मानना है कि राजनीति, सार्वजनिक जीवन और कानून साथ साथ चलते हैं. लीगल प्रेक्टिस के ज़रिए देश और समाज के लिए बेहतर काम करना चाहता हूं.’
अरविंद केजरीवाल से मनमुटाव नहीं- खेतान
आशीष खेतान आम आदमी पार्टी सरकार बनने के बाद अरविंद केजरीवाल के सरकारी सलाहकार के लिए भी चुने गए थे. केजरीवाल के सबसे नजदीकी रहने के बावजूद इस्तीफे से मनमुटाव को लेकर सवाल उठने लगे. पूछे जाने पर खेतान ने कहा “ना अरविंद केजरीवाल से मनमुटाव है और ना आम आदमी पार्टी से. मंजूरी के बाद ही इस्तीफा दिया है. पहले की तरह पार्टी के लिए काम करूंगा. सरकार का अब हिस्सा नही रहूंगा क्योंकि बार कॉउंसिल के नियम बेहद सख़्त हैं.”
साल 2014 में आशीष खेतान ने नई दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ा था. इस्तीफे को आगामी 2019 की चुनावी तैयारी बताने पर खेतान ने कहा कि चुनाव लड़ाने का फैसला पार्टी करती है. हालांकि चुनाव लड़ने का व्यक्तिगत फैसला अभी मैंने नहीं किया है.
डीडीसी सरकार का थिंक टैंक
दिल्ली डायलॉग और डेवलपमेंट कमीशन के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर आशीष खेतान ने बताया कि डीडीसी सरकार का थिंक टैंक है. यह केंद्र सरकार के नीति आयोग की तरह यह काम करता है. खेतान ने दावा किया कि 3 साल तक डीडीसी ने 75 से 80 बड़ी पॉलिसी जिनमें परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्पोर्ट्स के लिए बनाकर सरकार को सुझाव दिए हैं. साथ ही डीडीसी द्वारा मिनिमम वेज अमेंडमेंट बिल, दिल्ली हेल्थ केयर बिल भी बनाए गए.
सूत्रों के मुताबिक, आशीष खेतान ने दिल्ली डायलॉग और डेवलपमेंट कमीशन से 12 अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था. इसे अगले ही दिन एलजी ने मंजूर कर लिया.