रानी झांसी रोड़ पर अनाज मंडी स्थित एक फैक्ट्री में भीषण आग लगी, इस आग की भयावहता ऐसी थी कि इसमें 43 लोगों की मौत हो गई.बता दें कि दिल्लीवालों के लिए रविवार का दिन एक दुखद घटना के साथ शुरू हुआ। वहीं करीब दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए जिन्हें राजधानी के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। जिस अस्पताल में घायलों को भर्ती कराया गया उसमें एलएनजेपी, सफदरजंग, आरएमएल और हिंदू राव हॉस्पिटल शामिल हैं।
गौरतलब है कि आग इतनी भीषण थी कि मौके पर दमकल की 30 गाड़ियों को तैनात करना पड़ा। अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने 50 से ज्यादा लोगों को बचाया है। इस दर्दनाक हादसे में मरने वाले 43 लोगों में से एक मुशर्रफ ने हादसे से पहले अपने भाई से फोन पर बात की थी। मुशर्रफ के भाई के मुताबिक मुशर्रफ ने उन्हें सुबह 5 बजे फोन किया था।
ये बताया कि आग लग गयी है। निकलने की कोई जगह नही है। ये भी कहा कि लगता है मैं नही बचूंगा। भुरेखान ने उन्हें बिल्डिंग से कूदने की सलाह दी थी मगर वो कहा कुछ पता नहीं चल रहा। दुम घुट रहा है। ये आखिरी बात उनसे हुई उसके बाद फ़ोन बंदद हो गया। अब एलएनजेपी में उनका शव देखने को मिला है।
इस पूरे हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दुख जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना में मृतकों को दस-दस लाख रुपये की राशि दी जाएगी। घायलों को भी एक-एक लाख रुपये देने की घोषणा की गई है। इसके अलावा प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी कि पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50,000-50,000 रुपये देने की भी घोषणा की है।