अरबों के घाटे के बावजूद इस दिग्गज कंपनी के सीईओ के खाते में जाता रहा दोगुना वेतन !

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बिजनेस डेस्क. जापानी कंपनी Softbank को बड़ा झटका लगा है। Softbank ने अरबों के घाटे के बावजूद अपने विजन फंड के सीईओ राजीव मिश्रा को पिछले साल दोगुना वेतन दिया। कई जानकार कंपनी के इस कदम को आश्चर्यजनक मान रहे हैं। मूलरूप से टेक्नोलॉजी फर्म Softbank अपने विजन फंड के माध्यम से विभिन्न कंपनियों में निवेश करती है। इसने अलीबाबा, ओला, उबर, स्नैपडील, पेटीएम, ओयो और इनमोबी समेत कई कंपनियों में पैसा लगाया है।

बताया जा रहा है, Softbank ने राजीव मिश्रा को वित्त वर्ष 2019-20 में कुल 1.5 करोड़ डॉलर (करीब 113 करोड़ रुपये) का वेतन दिया। यह सालभर पहले के मुकाबले में दोगुने से भी ज्यादा है।

कंपनी ने राजीव मिश्रा को यह वेतन ऐसे हालात में दिया है, जबकि पिछले साल विजन फंड को 18 अरब डॉलर (करीब 1.35 लाख करोड़ रुपये) का भारी-भरकम नुकसान हुआ है। विजन फंड के घाटे का ही नतीजा है कि Softbank ग्रुप को भी कुल 13 अरब डॉलर (करीब 97 हजार करोड़ रुपये) का ऑपरेटिंग लॉस हुआ है। कंपनी के इस कदम से विशेषज्ञ हैरान हैं। एनालिस्ट डेन बेकर का कहना है कि कंपनी के प्रदर्शन को देखते हुए मिश्रा को मिला वेतन बहुत ज्यादा है। यह समझना असंभव है कि वेतन किसी तरह से प्रदर्शन पर आधारित है।

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राजीव मिश्रा Softbank में सबसे ज्यादा वेतन पाने वाले दूसरे नंबर के कर्मचारी हैं। उनसे ज्यादा वेतन केवल सीओओ मार्सेलो क्लॉर का है। उन्हें 17 फीसद की वृद्धि के साथ कंपनी ने पिछले साल दो करोड़ डॉलर (करीब 150 करोड़ रुपये) का वेतन दिया। चौंकाने वाली बात यह भी है कि Softbank के संस्थापक और सीईओ मासायोशी सोन ने पिछले साल नौ फीसद की कटौती के साथ मात्र 19 लाख डॉलर (करीब 14 करोड़ रुपये) ही बतौर वेतन लिया।

फोटो-फाइल।।

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