नई दिल्ली॥ मप्र में होने वाले विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस लगातार सोशल मीडिया के माध्यम से BJP को घेरने की कोशिशों में जुटी हुई है। हालांकि, सोशल मीडिया की पोस्ट के चलते कांग्रेस नेताओं पर एफआईआर भी दर्ज हुई है, वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने BJP और आएसएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
उन्होंने ट्वीट कर एक विदेशी अखबार में छपी खबर का हवाला देते हुए BJP और आरएसएस पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों संगठन भारत में फेसबुक और व्हाट्सएप को कंट्रोल करते हैं। राहुल गांधी के बयान का पूर्व सीएम और कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग को पक्षपाती रवैया बदलने की सलाह दी है।
दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि ‘राहुल जी ने सही कहा है। फ़ेसबुक को अपना रवैया बदलना चाहिए। देश में नफऱत और धर्म पर भडक़ाने वाले बयानों को फ़ेसबुक पोस्ट होने देती है जो कि उसकी मान्यताओं और घोषित नीति के विपरीत है। मार्क जक़रबर्ग साहब को इस विषय में अपना पक्षपाती रवैया बदलना चाहिए।
वहीं एक अन्य ट्वीट कर दिग्विजय सिंह ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘BJP अब घबराई हुई जब कांग्रेस से ग़द्दारी कर BJP में गये लोगों का जनता तिरस्कार कर मोहल्लों और गाँवों में नहीं घुसने दे रही है और BJP को सोशल मीडिया पर फेक न्यूज़ का समर्थन नहीं मिलने पर शिवराज और महाराज दोनों चिंतित हैं। चंबल का पानी क्रांतिकारी है ग़द्दारों को सबक़ सिखाएगी।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि शिवराज जी इसका मतलब यह नहीं है कि हमारे सोशल मीडिया के योद्धाओं को आप पुलिस पर दबाव डाल कर झूठे प्रकरणों में फंसाएं। आपने हमारे कई युवाओं को फर्जी मामलों में जेल भेजा है।
यहाँ तक मुझ पर भी एफआईआर दर्ज की गई लेकिन एक समान प्रकरण में जब मैंने आपके खिलाफ़ शिकायत की तो आज तक एफआईआर दर्ज नहीं हुई। आपकी पुलिस ने जीतू पटवारी पर भी एफआईआर दर्ज की, लेकिन कॉंग्रेस की शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई। यह दोहरा मापदंड नहीं चलेगा। यह मत भूलिए कुर्सी किसी की सगी नहीं होती।