चेन्नई के लिए ये साल बेहद निराशाजनक बीत रहा है। उसने 10 में से सिर्फ 3 मैच जीते और प्वाइंट टेबल में अंतिम स्थान पर है। हालांकि, उसके प्लेऑफ में पहुंचने की सम्भावनाएं अभी जीवित है, मगर एक और मुकाबला हारने पर वह इस दौड़ से पूरी तरह बाहर हो जाएगी। टीम की सबसे बड़ी चिंता उनकी बैटिंग बनी हुई है।
शेन वॉटसन, फाफ डु प्लेसिस, माही तथा रायुडू जैसे धाकड़ बल्लेबाज होने के बावजूद टीम मैच अपने पक्ष में करने में असफल हो रही है। माही की कप्तानी सवालों के घेरे में है और केदार जाधव को समर्थन देना उन्हें ज्यादा भारी पड़ रहा है। इंसाइड स्पोर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक केदार जाधव उन चेन्नई खिलाड़ियों की सूची में शामिल है, जिन्हें अगले सीजन से पहले बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
वर्ष 2018/2019 सीजन में चेन्नई ने साबित किया कि उन्हें डैडी आर्मी कहलाने से कोई परहेज नहीं है क्योंकि टीम के कई खिलाड़ी 30 या 35 से अधिक की उम्र के थे, मगर सब मिल-जुलकर मैच विजयी प्रदर्शन कर रहे थे। ये साल हालांकि, उनके लिए थोड़ा मुश्किल रहा।
टीम प्रबंधन अब युवाओं को शामिल करने का विचार कर रहा है और ऐसे में कई अनुभवी क्रिकेटर्स की टीम से छुट्टी होना तय है। जिन क्रिकेटर्स के भविष्य पर तलवार लटकी है, उनके नाम हैं- शेन वॉटसन, पीयूष चावला, केदार जाधव और इमरान ताहिर। सुरेश रैना और हरभजन सिंह पहले ही 3 वर्ष के अनुबन्ध से बाहर हो चुके हैं।