मेलेनोमा (Melanoma) त्वचा कैंसर का एक रूप है। यह बीमारी सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से होती है। इससे त्वचा प्रभावित होती है। इस स्थति में त्वचा में काले तिल (Kala Til) की तरह दाग उभरने लगते हैं। कभी- कभी हम छोटी बीमारी को इग्नोर कर देते हैं लेकिन बाद में वही बीमारी बड़ी बीमारी का रूप ले लेती हैं। जैसे में शरीर में किसी कोशिका के असमान्य तरीके से बढ़ने की स्थिति को कैंसर कहते हैं।
इस बीमारी के कई प्रकार हैं। इनमें रक्त कैंसर, स्तन कैंसर, त्वचा कैंसर, मस्तिष्क कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, लिवर कैंसर, बोन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, लंग कैंसर आदि प्रमुख हैं। त्वचा कैंसर के चार चरण होते हैं। (Kala Til)
चौथे चरण में यह बेहद खतरनाक रूप अखित्यार कर लेती है। इस स्थिति को मेलेनोमा कहा जाता है। कैंसर एक्सपर्ट्स की मानें तो मेलेनोमा त्वचा कैंसर का खतरनाक रूप है। यह त्वचा संबंधी बीमारी है।
अतः इससे त्वचा अधिक प्रभावित होती है। इस बीमारी से महिला और पुरुष दोनों प्रभावित होते हैं। यह बीमारी सूर्य की परबैंगनी किरणों के चलते होती है। इसके लिए हमेशा धूप में निकलते समय सन स्क्रीन जरूर लगाएं। साथ ही त्वचा का विशेष ख्याल रखें। अगर आपको मेलेनोमा (Kala Til) के बारे में नहीं पता है, तो आइए इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
जैसा कि हम सब जानते हैं कि मेलेनोमा त्वचा कैंसर का एक रूप है। यह बीमारी सूर्य की अल्ट्रावायलेट किरणों से होती है। इससे त्वचा प्रभावित होती है। इस स्थति में त्वचा में काले तिल की तरह दाग उभरने लगते हैं। इसके आकार में धीरे-धीरे वृद्धि होने लगती है। यह एक आनुवांशिकी बीमारी भी है, जो पीढ़ी दर चलती रहती है। (Kala Til)
प्राथमिक स्तर पर इसका इलाज संभव है। कोताही बरतने पर यह जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसी स्थिति में तत्काल डॉक्टर से संपर्क कर उचित उपचार करवाएं।(Kala Til)
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