हेल्थ न्यूज। आज हम आपको पांच आयुर्वेदिक के एसे उपायों के बारे में बताएंगे जिनके जरिए आप कई रोगों से मुक्ति पा सकेंगे। दरअसल आपके गले में खराश, खांसी-जुकाम आदि बीमारियों को के लिए बस सिर्फ पांच आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर खत्म कर सकेंगे।
गले की खराश और खराब गले को ठीक करने का काम करती है तुलसी। तुलसी को आयुर्वेद में बहुत ही गुणकारी बताया गया है। तुलसी के काढ़े को पीने से गले की खराश को दूर किया जा सकता है।
काढ़ा बनाने के लिए एक कप पानी में 4 से 5 काली मिर्च और तुलसी की 5-6 पत्तियों को उबालना है। और फिर इस पानी को छानकर सेवन करना है। इससे गले की खराश को कम करने में मदद मिल सकती है।
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाए जाते हैं। हल्दी इंन्फलिमेशन कम करने से लेकर सूजन और गले की खराश को भी कम करने में मददगार मानी जाती है।
मुलेठी को आयुर्वेद में बहुत गुणकारी माना जाता है। गले की समस्याओं को ठीक करने के लिए मुलेठी को सबसे अच्छा उपाय माना जाता है।
खराब गले को ठीक करने के लिए 1 चम्मच मुलेठी पाउडर शहद के साथ रोजाना लेने के बाद थोड़ी देर बाद गुनगुने पानी से गरारे करने से खराब गले से राहत पाई जा सकती है।
मेथी आपके खराब गले को ठीक करने में मदद कर सकती है। 1 चम्मच मेथी दानों को 1 कप पानी में उबालकर छान लें। और फिर इस पानी का सेवन करें। इससे गले की खराश और गले के दर्द से राहत पाई जा सकती है।
आप अपनी चाय में एक चम्मच शहद को डालकर पी सकते हैं, शहद आपको वायरल इंफेक्शन से बचाने में मदद कर सकता है।