डाक्टर की सलाह : कोरोना से बचना है तो अपनी दिनचर्या में शामिल करें ये चीजें

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हेल्थ डेस्क। कोरोना संकट काल में लोगों को खुद के साथ घर परिवार और समाज को स्वस्थ रखना चुनौती बन गया है। कोरोना के संभावित तीसरी लहर से बच्चों, वृद्धों और मानसिक रोगियों के बचाने के लिए लोगों को भी गंभीर और सतर्क रहना होगा।
Get into the habit of drinking lukewarm water

स्वस्थ्य रहकर ही कोरोना से लड़ाई जीती जा सकती

वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वीबी सिंह ने इसको लेकर खास जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मौजूदा दौर में मास्क पहनकर, रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखकर और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहकर ही कोरोना से लड़ाई जीती जा सकती है। यह हकीकत है कि कोरोना संक्रमण पहले बढ़ा लेकिन अब घटना शुरू हो गयी है, लेकिन लोगों को इससे डरने कि नहीं, बल्कि सुरक्षित रहने की जरूरत है।

रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी

उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से सुरक्षित रहने के लिए हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना जरूरी है । साथ ही मानसिक रूप से मजबूत रहना भी आवश्यक है। इसके साथ ही जब तक बहुत जरूरी न हो घर से बाहर न निकलें, अन्य लोगों से कम से कम दो गज की दूरी बनाकर रखें तथा अपने हाथों को समय-समय पर धोते रहें व सेनेटाइज भी करते रहें।
शिवप्रसाद गुप्त मंडलीय चिकित्सालय कबीरचौरा में तैनात मनोचिकित्सक डॉ. रवीन्द्र कुशवाहा ने बताया कि वर्तमान में परिजनों को बच्चों के साथ-साथ मानसिक रोगियों एवं वरिष्ठ नागरिकों की सेहत के बारे में भी सतर्क  रहने की विशेष आवश्यकता है। आमतौर पर मानसिक रोगी और वरिष्ठ नागरिक इन बीमारियों से पीड़ित रहते हैं जैसे डर,घबराहट, तनाव ,उदासी, अनिद्रा इत्यादि। इसमें तनाव कोविड  -19 के कारण काफी बढ़ा है, जिसमें परिवार की आर्थिक स्थिति, परिवार के साथ वाह्य भ्रमण, बच्चों का खेलना, स्कूल जाना भी प्रभावित हुआ है और बड़ों का वर्क फ्राम होम, कई कारण हैं। ऐसे में बच्चों की समस्याओं के साथ बुजुर्गों में माइग्रेन, पोस्ट ट्रामैटिक स्ट्रैस डिसआर्डर (पीटीएसडी), आब्सेसिव कंपल्सिव डिसआर्डर (ओसीडी) की समस्यायें बढ़ी हैं।

खान-पान संतुलित रखें और खाने में पौष्टिक चीजें ही खाएं

 उन्होंने बताया कि मानसिक रोगी और वरिष्ठजन अपना खान-पान संतुलित रखें और खाने में पौष्टिक चीजें ही खाएं। भोजन में हरी सब्जियों और मौसमी फलों को अवश्य शामिल करें। पानी पर्याप्त मात्रा  में पियें, शरीर में पानी की कमी न होने पाये। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाये रखने के लिए सुबह के समय गुनगुना नींबू-पानी , घरेलू चीजों से तैयार घरेलू काढ़ा व रात में हल्दीयुक्त दूध जरूर लें। हर दिन कम से कम दो से तीन बार भाप लें। इसके साथ ही रोजाना सात से आठ घंटे की नींद अवश्य लें। संतुलित आहार के साथ-साथ लगातार योग तथा व्यायाम करते रहें। भीड़ वाली जगहों पर जाने से बचें।
 इस दौरान स्वच्छता ही सबसे बड़ा सुरक्षा चक्र है क्योंकि किसी भी बीमारी से बचने का सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है स्वच्छता का पालन करना। अगर कोविड-19 के लिए बनाई गई गाइड लाइन-शारीरिक दूरी, मास्क का प्रयोग और हांथों की सफाई का ईमानदारी से पालन करते रहेंगे तो हर संक्रमण से हम बचे रहेंगे और स्वस्थ्य भी रहेंगे।  डॉ. कुशवाहा ने बताया कि किसी भी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं एवं जानकारी के लिए कोविड मानसिक स्वास्थ्य टोल फ्री हेल्प लाइन नं. 1800-599-0019, 08046110007 एवं 080-47116414 पर सम्पर्क करें।

बचाव के लिए ये जरूरी

गुनगुना पानी पियें, सुबह-शाम भाप लें, नींबू, संतरा तथा आँवला आदि का सेवन करें। यदि घर के किसी सदस्य को जुकाम या बुखार है तो उससे दूरी बनाकर रखें।
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