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उत्तराखंड की राजधानी दून में गुलदारों को पकड़ने के लिए डांडा लखौंड और सिंगली पुरकुल गांव में जंगल विभाग ने दो वैटनेरी डॉक्टर तैनात कर दिए हैं। गुलदर की तलाश में लगभग पचास वन कर्मियों की 12 टीमें भी गश्त में लगाई गई हैं।

जंगल विभाग अब तक आईटी पार्क व सिंगली गांव के आसपास लगभग पांच सौ हेक्टेयर जंगल व झाड़ियां खंगाल चुका है, मगर कहीं भी गुलदार की मौजूदगी के साक्ष्य नहीं मिले हैं। एसडीओ के अनुसार, डांटा लखौंड में डॉ. दीप्ति अरोड़ा और सिंगली में डॉ. प्रशांत मिश्रा को गुलदार को ट्रैक्युलाइज करने (बेहोशी इंजेक्शन देने) को तैनात किया गया है।

मामले में एक अफसर ने बताया कि बीते कल को भी डीएफओ वैभव कुमार के नेतृत्व में वन विभाग ने कॉम्बिंग की। अफसर ने बताया कि काठ बंगला व रिस्पना के आसपास बस्तियों में लोगों और स्कूलों में बच्चों को सतर्क करने के लिए पोस्टर भी लगाए रहे हैं।

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