नई दिल्ली, 23 अप्रैल। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने फाइजर की ‘पैक्सलोविड’ टैबलेट को मंजूरी दे दी है। कोविड-19 के खिलाफ इस दवा के आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति दी गई है। देश में कोरोना मामलों के बीच ‘गेमचेंजर’ बताई जा रही यह दवा अगले हफ्ते से बाजार में उपलब्ध होगी। भारत में हेटेरो लैब्स इस दवा का जेनेरिक वर्जन बनाएगी।
फाइजर ने पिछले साल 95 देशों में पाक्लोविड का जेनेरिक वर्जन बनाने के लिए वॉलंटरी लाइसेंस देने का ऐलान किया था। ‘पैक्सलोविड’ की सिफारिश विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी की है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, फाइजर की गोली कोविड के माइल्ड और मॉडरेट मरीजों को दी जानी चाहिए।
बता दें कि अभी यह टैबलेट केवल प्रेस्क्रिप्शन पर ही उपलब्ध होगी। एक मरीज को 5 दिन में कुल 30 टैबलेट खानी होंगी। हर रोज दो बार तीन-तीन गोलियों की डोज होगी। कोरोना महामारी के इलाज के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने फाइजर की ‘पैक्सलोविड’ गोली की अनुशंसा की है। इसके पहले रेमेडिसिविर और मोलनुपिरविर को मंजूरी दी जा चुकी है।
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कहा वह फाइजर की एंटी वायरल गोली पैक्सलोविड के इस्तेमाल की अनुशंसा करता है। इसे अस्पताल में भर्ती किए जाने की जोखिम वाले हल्के व मध्यम श्रेणी के कोरोना रोगियों को दिया जा सकता है। शुक्रवार तीसरा दिन रहा जब देश में नए केस दो हजार से ज्यादा हैं। रिकवरी कम होने से एक्टिव केस में भी इजाफा जारी है।
मौतों की संख्या कम है, लेकिन संक्रमण दर में बढ़त देखने को मिल रही है। फिलहाल किसी भी राज्य में गंभीर स्थिति नहीं बताई जा रही है। कई राज्यों में साप्ताहिक संक्रमण दर पांच प्रतिशत से ऊपर है। इसमें दिल्ली का नाम सबसे ऊपर है। इस वक्त दिल्ली के 11 जिलों में से 6 ऐसे हैं जहां साप्ताहिक संक्रमण दर पांच प्रतिशत से ऊपर, 8 प्रतिशत तक है।
इसमें साउथ, साउथ वेस्ट, नॉर्थ वेस्ट, ईस्ट और सेंट्रल दिल्ली शामिल हैं। हरियाणा का एक, मध्य प्रदेश का एक और मणिपुर, मेघालय, मिजोरम व सिक्किम का एक-एक शहर ऐसा है जहां संक्रमण दर पांच प्रतिशत से ज्यादा है। कई राज्यों के कुछ शहर ऐसे हैं जहां साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से भी ज्यादा है।