नई दिल्ली॥ दुनिया में करोड़ों लोगों को अपनी चपेट में ले चुके कोविड-19 को रोकने के लिए वैज्ञानिक इसकी दवा बनाने में लगे हुए हैं। इसी बीच यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के अनुसार, महामारी की दवा साल के अंत तक आने की उम्मीद जताई जा रही है। मंगलवार को दवा के प्रमुख डेवलपर ने बताया कि लेकिन ऐसा कुछ निश्चित नहीं है।
सोमवार को सामने आए डेटा के अनुसार, प्रायोगिक दवा, जिसे एस्ट्राज़ेनेका के लिए अधिग्रहित किया गया है। उसके प्रथम चरण के नैदानिक जांच में एक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया का उत्पादन किया। उन्होंने बताया कि आशा करते हैं, कि इसका इस्तेमाल वर्ष की समाप्ति तक किया जा सकता है। सारा गिल्बर्ट ने कहा कि दवा के आने की आशा वर्ष 2020 के अंत तक है।
ये एक संभावना है मगर इसके बारे में कोई निश्चितता नहीं है, क्योंकि हमें तीन चीजों की आवश्यक है। उन्होंने बताया कि इसे और स्टेजों के परीक्षणों से गुजरना है। ताकि सफल होने के बाद भारी संख्या में वैक्सीन का निर्माण किया जा सके। वही, नियामकों को आपातकालीन इस्तेमाल करने के लिए वैक्सीन को जल्द लाइसेंस देना होगा।