यहां पर हुई भाजपा कोर कमेटी की आपात बैठक, लिया ये बड़ा फैसला

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चंडीगढ़, 27 सितम्बर यूपी किरण। अकाली दल से गठजोड़ टूटने के बाद भाजपा ने पंजाब में अकेले ही वर्ष 2022 के विधानसभा चुनावों की रणनीति बनानी शुरू कर दी है। आज चंडीगढ़ में पार्टी की पंजाब इकाई की कोर कमेटी की आपात बैठक प्रांतीय अध्यक्ष अश्वनी शर्मा की अध्यक्षता में हुई। बैठक में राज्य के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं को सक्रिय होने के लिए कहा गया। इसकी पुष्टि कोर कमेटी के सदस्य मदन मोहन मित्तल ने की।
           
अकाली दल के साथ गठजोड़ में भाजपा पंजाब में 117 सीटों में से 23 पर चुनाव लड़ती थी।  
पंजाब भाजपा की कोर ग्रुप की बैठक में प्रांतीय अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के अतिरिक्त राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, मदन मोहन मित्तल, अविनाश राय खन्ना, श्वेत मलिक, विजय सांपला, ब्रिज लाल रिनवा, मनोरंजन कालिया, प्रो रजिन्दर भण्डारी, तीक्ष्ण सूद, जीवन गुप्ता, डॉ सुभाष शर्मा और मलविंदर सिंह कंग भी शामिल थे। कोर कमेटी की बैठक में शर्मा ने कहा कि पंजाब भाजपा का मत है कि शिरोमणि अकाली दल का एनडीए से अलग होना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। भाजपा ने हमेशा एनडीए के घटक दलों का सम्मान किया है। पंजाब में भी भाजपा ने हमेशा पंजाब की शांति व भाईचारे के लिए अकाली दल के साथ गठबंधन धर्म निभाया है।
पंजाब भाजपा किसानों तथा किसान संगठनों से अपील करती है कि वह आंदोलन का रास्ता छोड़ कर बातचीत के लिए आगे आएं।
कोर कमेटी की बैठक के बाद चुनिंदा पत्रकारों से बातचीत में पार्टी के वरिष्ठ नेता मदन मोहन मित्तल ने अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल पर निशाना साधा। प्रकाश सिंह बादल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज पार्टी बच्चों के हाथों में चली गई है और बच्चा पार्टी के सलाहकार कौन हैं यह भी उन्हें नहीं पता।

 

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