वर्तमान में पूरी दुनिया बिजली संकट से चिंतित नजर आ रही है। ऐसे में यूरोप ने इसका तोड़ निकाल लिया है, जिसके बाद से पूरी दुनिया की मुश्किलें हल हो सकती हैं। बता दें कि चीन के बाद हिंदुस्तान और अब यूरोपीय मुल्कों समेत लगभग पूरे विश्व में ऊर्जा संकट गहराता जा रहा है।
तो वहीं चीन में जहां करीब एक हफ्ते तक बिजली संकट जैसी स्थिति रही, वहीं हिंदुस्तान में भी कुछ प्रमुल्कों में इसकी आशंका जताई जा रही है। हालांकि, हिंदुस्तान सरकार ने ऐसी किसी बात से इंकार किया है लेकिन ये अपील भी की है कि लोग सोच-समझकर बिजली खर्च करें।
दूसरी तरफ प्रदेश सरकारों को भी सलाह दी है कि विद्युत बेचना बंद कर दें। यदि ऐसा किया तो बिजली की सप्लाई रोक दी जाएगी। वहीं, यूरोपीय संघ ने भी तेल और प्राकृतिक गैस तथा कोयले के बढ़ते दामों से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाए हैं। यूरोप में तेल, गैस और कोयले की बढ़ते भावों का असर उद्योग-धंधों पर पड़ रहा है।
आपको बता दें कि आम जनता के लिए घरों में लगे हीटिंग सिस्टम को चलाना भी काफी ज्यादा एक्सपेंसिव लग रहा है। EU के ऊर्जा मामलों की आयुक्त कादरी सिम्सन ने मित्र देशों से कहा है कि वे नए कर लगाएं और बढ़ी कीमतों से लोगों को बचाने के लिए सब्सिडी की व्यवस्था करें। आयुक्त ने कहा कि यूरोपीय संघ इसके मौकों की तलाश करेगा कि क्या वे साझा तौर पर गैस के कुएं खरीद सकते हैं। उन्होंने साथी मुल्कों से कहा कि वे जल्द से जल्द अक्षय ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ावा दें।