अजब-गजब ॥ हिंदुस्तान में काफी तेजी से कोविड-19 संक्रमण फैल रहा है। जिस पर काबू पाने के लिए हर कोई प्रयास कर रहा है। वही, कोविड-19 संकट से बचाव की दिशा में स्वच्छता की एक महत्वपूर्ण भूमिका है। स्वच्छता को लेकर आग्रह के चलते ही लोगों के बीच हैंड सैनिटाइजर का प्रय़ोग भी बहुत बढ़ा है। हालांकि विशेषज्ञों ने बताया कि हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल तभी किया जाना चाहिए, जब साबुन व पानी उपलब्ध नहीं हो। सैनिटाइजर का बहुत ज्यादा इस्तेमाल नुकसान पहुंचा सकता है।
आपकी सूचना के लिए बता दे कि कई रिसर्चों में ये पाया गया है कि हैंड सैनिटाइजर में एल्कोहल की मात्रा ज्यादा होने से यह वायरस को मारने में सक्षम है। हालांकि बाद में कई अध्ययनों इसके अत्यधिक प्रयोग के दुष्प्रभाव भी सामने आए हैं। पाया गया है कि सैनिटाइजर के अधिक इस्तेमाल से हाथों में रूखापन, खुजली और कई अन्य परेशानियां हो सकती हैं।
सीएसआइआर-इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च के डॉ. आलोक धवन ने कहा, ‘हैंड सैनिटाइजर का संभलकर प्रयोग किया जाना चाहिए। जब साबुन और पानी उपलब्ध नहीं हो, तभी इसका इस्तेमाल करें। दो-तीन मिलीलीटर सैनिटाइजर के प्रयोग से कोई नुकसान नहीं होता है, लेकिन हर 20 मिनट में सैनिटाइजर का प्रयोग करते रहना सही नहीं हैं। किसी भी वस्तु का बहुत ज्यादा इस्तेमाल बुरा प्रभाव डालता है।’
कोविड-19 महामारी में संक्रमण से बचने के लिए बहुत से उपाय अपनाए जा रहे हैं। आमतौर पर हाथों को सैनिटाइज करने के लिए प्रयोग में लाए जाने वाले सैनिटाइजर से ही सब्जी, फल और खाने-पीने की बाकी सामग्री को भी सैनिटाइज कर रहे हैं। जबकि ऐसा करना घातक है।
इस तरह के सैनिटाइजर से खाने-पीने की चीजों को सैनिटाइज करने से लोगों को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं। पीजीआइ चंडीगढ़ के डिपार्टमेंट ऑफ कम्युनिटी मेडिसिन एंड स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर डॉक्टर सोनू गोयल ने बताया कि रेगुलर सैनिटाइजर केवल हाथों और धातुओं से बनी वस्तुओं को सैनिटाइज करने के लिए प्रयोग में लाया जा सकता है।