किसी भी खाने में अगर हींग का तड़का लगा दिया जाए तो उसका स्वाद और अधिक बढ़ जाता है। भारत के अधिकतर घरों में हींग का इस्तेमाल किया जाता है। यहां बनाने वाली कई सब्जियों, दाल और रायते में हींग का तड़का उसे स्वाद में चार चांद लगा देता है। हींग न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ती है बल्कि ये सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है।
हींग के सेवन से बहुत सी बीमारियां भी दूर होती हैं लेकिन कई बार बाजार में मिलने वाली हींग शुद्ध नहीं होती बल्कि इसमें मिलावट होती है। कुछ दुकानदार हींग में आटा और केमिकल की मिलावट कर देते हैं। ऐसे में ये पहचानना बेहद आवश्यक हो जाता है कि आपके किचन में जो हींग इस्तेमाल हो रही है वह शुद्ध है या नहीं। नकली हींग खाना शरीर के लिए नुकसान दायक हो सकता है। आज हम आपको असली हींग और नकली हींग को पहचानने का तरीका बताएंगे।
– असली हींग हल्के भूरे कलर की होती है और इसे गर्म घी में डालो तो ये फूलने लगती है। फूलने के बाद इसका रंग हल्का लाल हो जाता है लेकिन अगर हींग में कोई परिवर्तन नहीं होता तो समझ लीजिये हींग में मिलावट की गई है।
– असली हींग को पहचानने के लिए उसे पानी में घोलिये। ऐसा करने के बाद अगर इसका रंग दूध के जैसा सफेद हो जाता है तो समझ लीजिये हींग असली। अगर ऐसा नहीं होता तो वह मिलावटी है।
– असली हींग जलाने पर आसानी से जल जाती है। वहीं नकली हींग जल्दी आग ही नहीं पकड़ती है।
अगर हींग असली है तो इस्तेमाल करने के बाद भी बहुत देर तक खुशबू नहीं जाती है फिर चाहें आप साबुन से ही हाथ क्यों न धो लें। नकली हींग की खुशबू तुरंत ही चली जाती है।
– अगर आप असली हींग लेना चाहते हैं तो पाउडर की जगह मोटा टुकड़ा या हींग का ढेला खरीदें और घर पर पर ही पीस का इस्तेमाल करें। दरअसल पाउडर वाली हींग में मिलावट की अधिक संभावना रहती है।
– हींग को खुले में रखने की बजाय आप किसी टीन की डिब्बी या कांच की बोतल में भरकर रखें। ऐसा करने से अधिक समय तक इसकी खुशबू बनी रहेगी।