हरदोई। शासन के निर्देश पर SIT द्वारा शुरू की गई जांच के बाद हरदोई जिले में एक के बाद एक लगातार फर्जी शिक्षकों (Fake teacher) का खुलासा हो रहा है। भरखनी ब्लॉक में भी एक फर्जी शिक्षक (Fake teacher) मिलने के बाद बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी ने पाली थाने में फर्जी शिक्षक (Fake teacher) के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई हैं।
उत्तर प्रदेश में फर्जी शिक्षक (Fake teacher) मामला तूल पकड़ने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी शिक्षकों की शैक्षणिक दस्तावेज जांच के आदेश दिए थे। इसके लिए एसआईटी गठित की गयी थी।
एसआईटी की जांच में लगातार फर्जी शिक्षकों का खुलासा हो रहा है। हरदोई जिले में भी अब तक कई शिक्षक फर्जी (Fake teacher) दस्तावेजों के सहारे नौकरी करते मिले। वहीं जिले के भरखनी विकासखंड में भी एक फर्जी शिक्षक (Fake teacher) का खुलासा हुआ है, जो जाली दस्तावेजों के सहारे नौकरी कर रहा था।
खंड शिक्षा अधिकारी शुचि गुप्ता ने बताया कि एटा जनपद के वंथल इलाके के ग्राम नवीनगर निवासी सत्येंद्र कुमार प्राथमिक विद्यालय तेरा में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत थे। एसआईटी की जांच में जब जिले के शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच की गई, तो सत्येंद्र कुमार के दस्तावेज फर्जी पाए गए।
खंड शिक्षा अधिकारी गुप्ता ने बताया सत्येंद्र कुमार ने नौकरी के दौरान जो दस्तावेज जमा किए थे, उनमें डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के बीएड की डिग्री भी है। जो वर्ष 2004-05 की है, जिसे शिक्षा विभाग द्वारा फर्जी और टेंपर्ड घोषित किया गया है।
फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले सत्येंद्र कुमार की जानकारी होने पर बीएसए के निर्देश पर खंड शिक्षा अधिकारी शुचि गुप्ता ने सत्येंद्र कुमार के खिलाफ पाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।