हरिद्वार॥ कोरोना आपदा के कारण लॉकडाउन की मार से हर तबका परेशान है। किसान अपनी खेती तो कर रहा है, लेकिन उनको अपनी फसलों के लिए खरीदार नहीं मिल पा रहे हैं।
अगर खरीदार मिल भी रहे हैं, तो उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। इसके चलते उन्हें भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। ये तरबूज की फसल का वक्त है। किसानों को तरबूज की फसल अच्छी होने के बाद भी सही दाम देने वाला कोई नहीं है। कोविड पीरियड में खरीदारों की कमी से किसान परेशान हैं। वहीं सरकार की तरफ से भी कोई मदद न मिलने से किसान कर्ज के तले दब गए हैं।
तरबूज की फसल उगाने वाले किसानों का कहना है कि कोरोना काल की वजह से तरबूज कम दामों में बिक रहा है। इससे मंडी ले जाने वाली गाड़ी का किराया भी नहीं निकल पा रहा है। जो पूंजी उधार लेकर फसल उगाने में लगाई थी, वह भी वसूल नहीं हो पा रही है। इन दिनों किसानों को 3 रुपये किलो तरबूज बेचना पड़ रहा है।