मजदूरी करते थे पिता, परिवार के लिए पुलिसवाला बनना चाहता था भारतीय टीम का ये खिलाड़ी!

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नई दिल्ली॥ आज हम ऐसे खिलाड़ी के बारे में आपको बताना चाह रहे हैं जिन्होंने अपने परिवार के लिए बहुत कुछ किया है, और अभी तक बहुत कुछ कर रहे हैं॰ वह आज एक टीम इंडिया का महत्वपूर्ण खिलाड़ी है जिनका नाम है उमेश यादव॰ उमेश यादव ने अपने जीवन में बहुत कड़ी मेहनत और लगन के साथ में यह मुकाम पाया है जिसके कारण से आज वह भारतीय टीम के एक अहम सदस्य हैं॰

टीम इंडिया के तेज गेंदबाज उमेश यादव का आज जन्मदिन है॰ नागपुर का ये गेंदबाज आज 32 साल का हो गया है॰ उमेश यादव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं॰ 25 अक्टूबर 1987 को उनका जन्म देवरिया में हुआ था॰

क्रिकेटर बनने से पहले उमेश यादव सेना और पुलिस में भर्ती होने की कोशिश में जुटे थे॰ क्रिकेट करियर की शुरुआत से पहले उमेश यादव सेना और पुलिस में सिपाही बनना चाहते थे॰ पिता नागपुर के निकट खापरखेड़ा की वेस्टर्न कोल लिमिटेड के कोयला खदान में काम करते थे और कोल लिमिटेड की ही कॉलोनी में रहते थे॰

इंडिया के अहम सदस्य तक बनने का सफर उमेश ने बड़ी मुश्किलों से पार किया॰ पिता की इच्छा थी कि 2 बेटी और 2 बेटों में से कोई एक संतान कॉलेज में पढ़े लेकिन माली हालात ऐसे थे कि चाहने के बावजूद ये ना हो सका॰ घर का खर्च ही बेहद मुश्किल से निकल पा रहा था, ऐसे में उमेश का कॉलेज में पढ़ने का सपना महज ख्वाब ही बनकर रह गया॰

भारतीय टीम में डेब्यू करने वाले उमेश यादव ने भारत की ओर से 43 टेस्ट मैच खेले है और 60 विकेट अपने नाम किए हैं॰ वहीं वनडे क्रिकेट की बात करें तो उमेश ने 75 एकदिवसीय मैचों में 106 बल्लेबाजों का शिकार किया है॰ अगर टी-20 की बात करें तो अभी तक उमेश ने 7 ही टी-20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होने 9 विकेट लिया था॰

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