नई दिल्ली: साल का पहला सूर्य ग्रहण 30 अप्रैल को लगने जा रहा है. यह आधी रात से शुरू होकर करीब 4 घंटे तक चलेगा. हालांकि यह ग्रहण आंशिक है और भारत में दिखाई नहीं देगा। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार चूंकि इस ग्रहण का भारत में कोई प्रभाव नहीं है, इसलिए सूतक मान्य नहीं होगा और किसी भी प्रकार का कोई धार्मिक प्रतिबंध नहीं है।
ग्रहण कब तक चलेगा? साल का पहला सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2022) भारतीय समयानुसार 30 अप्रैल 2022 की मध्यरात्रि को 12 बजकर 15 मिनट से शुरू होकर सुबह 4:07 बजे तक चलेगा. सूतक काल: सूतक काल ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है और इस दौरान किसी भी तरह के धार्मिक कार्य की मनाही होती है. चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक काल मान्य नहीं होगा और किसी भी प्रकार के धार्मिक कार्य आदि पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
आप कहाँ देखेंगे? साल का पहला और आंशिक सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका के दक्षिण-पश्चिमी भाग (अर्जेंटीना, पेरू, उरुग्वे, चिली आदि) में दिखाई देगा। यह प्रशांत महासागर, अटलांटिक और दक्षिणी ध्रुव पर भी दिखाई देगा। इसे आंशिक ग्रहण क्यों कहा जा रहा है? ग्रहण एक खगोलीय घटना है। वैज्ञानिकों के अनुसार साल के पहले सूर्य ग्रहण पर सूर्य की 64 प्रतिशत छाया ही चंद्रमा से ढकेगी। चंद्रमा की छाया का केवल बाहरी भाग ही सूर्य पर पड़ेगा, जिसे छाया भी कहते हैं। आपको बता दें कि इसके बाद करीब 6 महीने बाद यानी 25 अक्टूबर को दूसरा सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है.
सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का संयोग: 30 अप्रैल शनिवार है और इस दिन शनि अमावस्या (शनिचारी अमावस्या) भी है। इस दिन सूर्य ग्रहण के कारण भी एक विशेष संयोग बन रहा है। खगोलविदों और ज्योतिषियों के अनुसार शनि चारी अमावस्या और सूर्य ग्रहण की यह युति पिछले 100 वर्षों में नहीं हुई है। ज्योतिषियों का कहना है कि इस संयोग से 3 राशि के लोगों को विशेष रूप से सावधान रहना होगा। इसमें मेष, कर्क और वृश्चिक शामिल हैं।