लखनऊ. यूपी में भारी बारिश (Heavy Rain) और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण गंगा समेत कई दूसरी नदियों उफान पर हैं. इस वजह से प्रदेश के 24 जिलों के 1200 से ज्यादा गांव बाढ़ (Flood in UP) की चपेट में आ गए हैं. वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के साथ पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) बाढ़ पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. हाल ही में सीएम योगी ने जालौन और हमीरपुर के अलावा कई अन्य जिलों के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के साथ अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए हैं.
बाढ़ में फंसे लोगों के लिए यूपी सरकार ने 940 राहत शिविर बनाए हैं. इसके अलावा राहत सामग्री पहुंचाने और बाढ़ में फंसे लोगों को लाने के लिए करीब 143 नावों का प्रयोग किया जा रहा है. वहीं, बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने के लिए 1125 चौकियां के साथ 504 मेडिकल टीमों का गठन किया गया है. यही नहीं, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), एसडीआरएफ और पीएसी की कुल 59 टीमें तैनात की गई हैं.
उत्तर प्रदेश में बाढ़ की वजह से वाराणसी, प्रयागराज, हमीरपुर, बांदा, इटावा, जालौन, कौशांबी, चंदौली, हाजीपुर, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर , फर्रुखाबाद, आगरा, बलिया, मिर्जापुर, गोरखपुर, सीतापुर, मऊ, लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, बहराइच, गोंडा और फतेहपुर के 1200 गांव प्रभावित हैं. मिर्जापुर में सबसे अधिक 404 गांव बाढ़ की चपेट में हैं. वहीं, प्रयागराज और जालौन के 169-169 गांव बाढ़ से बेहाल हैं. इसके अलावा हमीरपुर के 75, बांदा के 71, तो इटावा के 67 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इसके अलावा उत्तदर प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 110 गांवों का संपर्क अन्य क्षेत्रों से कट गया है.