सरायकेला। को-ऑपरेटिव बैंक के सरायकेला शाखा में 33 करोड़ रुपए घोटाले के मामले में सीआईडी द्वारा बैंक के तत्कालीन कैशियर मनसाराम महतो को जमशेदपुर से गिरफ्तार किया गया है।
सीआईडी के डीएसपी कोल्हान अनिमेष गुप्ता के नेतृत्व में कैसियर मनसाराम को सरायकेला व्यवहार न्यायालय लाया गया। मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश करते हुए मंसाराम को सरायकेला जेल भेज दिया गया है।
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बैंक के द्वारा मॉर्गेज रखे गए कागजातों से अधिक की लोन राशि स्वीकृत कर दी गई थी। बाद में लोन एनपीए हो गया था। पूरे मामले में 1 दर्जन से अधिक बैंक अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध है। इस बावत विगत 22 अगस्त 2019 को सरायकेला थाने में 38 करोड़ रुपए घोटाले की प्राथमिकी दर्ज की गई थी। प्राथमिकी के अनुसार बैंक से कुल 38 करोड़ रुपए लोन दिए गए थे। इसमें 33 करोड़ का लोन कारोबारी संजय कुमार डालमिया द्वारा लिया गया था। अन्य 4 करोड का लोन अन्य लोगों ने लिया था। लोन लेने वालों ने बैंक को पैसा नहीं लौटाया।
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इसके बाद पूरी मामले की जांच हुई। जांच के बाद सरायकेला के शाखा प्रबंधक सुनील कुमार सतपति, सहायक मदन लाल प्रजापति, तत्कालीन मैनेजर वीरेंद्र कुमार, क्षेत्रीय कार्यालय चाईबासा में पदस्थापित एजीएम, तत्कालीन लेखाकार शंकर बंदोपाध्याय ,चाईबासा क्षेत्रीय कार्यालय के तत्कालीन एमडी मनोजनाथ शाहदेव, तत्कालीन एजीएम मुख्यालय संदीप सेन, सीईओ बृजेश्वर नाथ और संजय कुमार डालमिया के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
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उसके बाद इस केस को बीते 2 मई को सीआईडी की टीम ने अपने हाथ में लिया था। पहले यह मामला सरायकेला थाने में दर्ज था। इस केस की मॉनिटिरिंग सीआईडी के अपर पुलिस महानिदेशक अनिल पाल्टा कर रहे हैं और जांच अधिकारी सीआईडी के कोल्हान प्रमंडल के डीएसपी अनिमेष गुप्ता हैं।