एस्टेरॉयड लंबे समय से पृथ्वी के खतरनाक बताये जाते रहे हैं। वैज्ञानिकों की मानें तो कि अगर कोई भी एस्टेरॉयड धरती से टकराता है, तो वह बड़ी तबाही मचा सकता है। वैज्ञानिकों का कहना है कि पृथ्वी का चक्कर लगाने वाला बड़ा एस्टेरॉयड यानी क्षुद्रग्रह सिर्फ एक बार पृथ्वी से टकराया था। इस टक्कर के बाद ही डायनासोर दुनिया से लुप्त हो गए थे। इसके बाद कई बार धरती के पास से गुजरने वाले एस्टेरॉयड के पृथ्वी से टकराने की बात कही गई, लेकिन ऐसा कभी हुआ नहीं।
अब आज यानी 18 जनवरी को भी एक विशालकाय एस्टेरॉयड धरती के पास से गुजरेगा। इस एस्टेरॉयड का नाम 7482 (1994 PC1) है और इसकी लंबाई करीब 1 किलोमीटर यानी 3280 फीट है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये धरती से 19.3 लाख किलोमीटर दूर से गुजरेगा। ऐसे में इसके धरती से टकराने का खतरा कम है लेकिन अगर इसके रास्ते में थोड़ा भी परिवर्तन होता है तो यह धरती के लिए खतरनाक साबित हो सकता है और भारी तबाही मचा सकती है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने भी इसको खतरनाक घोषित किया हुआ है।
क्या होता है ऐस्टेरॉयड
उल्कापिंड या क्षुद्रग्रह को एस्टेरॉयड कहते हैं। किसी ग्रह के बनते समय उससे छोटे-छोटे चट्टान के टुकड़े जब निकलकर बाहर हो जाते हैं और वे सूर्य के चारों तरफ चक्कर लगाने लगते हैं। कई बार ऐसा भी होता है जब ये अपनी कक्षा से बाहर निकल जाते हैं। हालांकि अधिकतर ऐस्टेरॉयड ग्रहों की कक्षा में जल जाते हैं, लेकिन बड़े एस्टेरॉयड कभी-कभी ग्रहों से टकरा जाते हैं और उसे नुकसान पहुंचाते हैं।