नई दिल्ली। कहते हैं कि दुख की घड़ी में ही पता चलता है कि कौन अपना है और कौन पराया है। इस कोरोना महामारी में अच्छे-अच्छे अपनों को छोड़कर जा रहे हैं। अपनों को कंधा देने तक से डर रहे हैं। कोरोना के कहर में एक बीमार व्यक्ति को खाना, इलाज और उसकी देखभाल की सबसे बड़ी जरूरत होती है। ऐसे मुश्किल समय में कई समाजसेवी संस्थाएं लोगों की मदद के लिए हाथ बढ़ा रही हैं। इसी क्रम में दिल्ली के द्वारका इलाके स्थित इस्कॉन मंदिर भी कुछ ऐसी ही मिसाल पेश कर रहा है।
खाने की होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई
दरअसल, इस्कॉन मंदिर की ओर से कोरोना मरीजों के लिए खाने की होम डिलीवरी की व्यवस्था की गई है। खाना पहुंचाने वालों को गाइडलाइन बताई जा रही है कि उन्हें कैसे और कहां खाना पहुंचाना है। लगभग पूरे दिल्ली-एनसीआर में इस्कॉन मंदिर की ओर से खाना पहुंचाया जा रहा है, जो कोरोना मरीजों के लिए एक राहत की बात है। इसमें सबसे खास बात यह है कि मंदिर की ओर से दिए जा रहे खाने में बकायदा 5-6 तरह की थालियां हैं, जिसमें अलग-अलग खाने के आइटम हैं। इस्कॉन मंदिर सबसे ज्यादा ऐसे घरों में खाना पहुंचा रहा है, जहां बुजुर्ग माता-पिता को उनके बच्चे अकेले छोड़ गये हैं।