मिल गया Corona का इलाज, भारत के हर मेडिकल स्टोर पर आसानी से मिल जाएंगे ये गोली, नाम जानकर कहेंगे WOW!

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नई दिल्ली॥ भारत में Corona का खौफ है, लेकिन सुखद खबर है कि इस वायरस का उपचार सामान्य बुखार में दी जाने वाले Paracetamol (पेरासिटामोल) से भी हो सकता है। केरल राज्य में ये साबित भी हुआ है। राज्य के सरकारी डॉक्टरों ने बहुत कड़ी मेहनत और आम दवाओं के जरिए देश में Corona के शुरुआती तीनों मरीजों को पूरी तरह स्वस्थ कर दिया।

हालांकि इस दौरान त्रिशूर में डॉक्टरों की अगुवाई करने वाली जिला स्वास्थ्य अफसर डॉ के जे रीना 32 दिन और अलाप्पुझा की जिला स्वास्थय अफसर डा. अनिता दो सप्ताह तक अपने घर नहीं गईं। Corona से संक्रमित तीनों छात्र चाइना के वुहान से आए थे।

केरल राज्य के त्रिशूर, अलाप्पुझा और कासरगोड निवासी इन छात्रों का उपचार वहीं के जिला हॉस्पिटल में किया गया, जहां Corona के लिए विशेष आइशोलेशन वार्ड बनाए गए थे। Corona से निपटने के लिए कोई दवा अभी तक नहीं खोजी गई है। इस कारण केरल के डॉक्टरों ने वही उपचार किया जो आमतौर पर बुखार, निमोनिया में किया जाता है।

तीनों पॉजिटिव रोगियों में Corona के बहुत ही हल्के लक्षण थे, इसलिए उन्हें पैरासिटीमोल व अन्य सामान्य दवाएं थीं। इसमें ठंड और खांसी की दवा भी शामिल थीं। इसके अलावा तीनों की निरंतर काउंसिलिंग की गई। चिकित्सकों ने बताया कि चूंकि तीनों मरीज युवा थे। उनके प्रतिरोध क्षमता भी अच्छी थी, इसलिए वे Corona को हराने में सफल रहे।

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अलाप्पुझा जिले में केरल राज्य का दूसरा पॉजिटिव पाया गया था। यहां की स्वास्थ्य अफसर अनिता एल बताती हैं कि जैसे ही उस लड़के की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, हम युद्धस्तर पर Corona से लड़ने के लिए मैदान में डट गए। मैं निरंतर 2 हफ्ते तक हॉस्पिटल के एक कमरे में रुकी रही। इस दौरान मेरी बेटी की परीक्षाएं चल रही थीं। मुझे पता था कि उसे मेरी आवश्यकता है, लेकिन अधिक आवश्यकता मेरे ऑफिस की थी। मेरी गैरहाजिरी में मेरी बेटी और बेटे ने खुद ही अपनी केयर की।

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