आज शिक्षक दिवस हैं ये दिन हमारे जीवन का बहुत महत्वपूर्ण दिन होता हैं, धार्मिक ग्रंथों में लिखा है कि व्यक्ति को इच्छा प्राप्ति के लिए ईश्वर की भक्ति और ज्ञान प्राप्ति के लिए गुरु की सेवा करनी चाहिए। गुरु शिष्य के जीवन में व्याप्त अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं। गुरु बिना ज्ञान हासिल नहीं होता है। इसके लिए हर एक व्यक्ति के जीवन में गुरु का होना बहुत जरूरी है।
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों के सम्मान के साथ-साथ शिक्षा के प्रति लोगों (अभिभावकों और बच्चों) को जागरुक करना है। इस दिन भारत के प्रथम उप-राष्ट्रपति और देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म हुआ था। डॉ॰ राधाकृष्णन सनातन संस्कृति के संवाहक और प्रख्यात विचारक थे।
शिक्षक दिवस के दिन देशभर के स्कूल और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। इनमें शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है। इस मौके पर लोग एक दूसरे को शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। अगर आप भी अपने टीचर्स को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देना चाहते हैं, तो इन संदेशों के जरिए दें-
1.गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
गुरु ब्रह्मा हैं, गुरु विष्णु हैं, गुरु ही शंकर हैं।
गुरु ही साक्षात् परब्रह्म हैं, उन सद्गुरु को मेरा प्रणाम।
2. अक्षर अक्षर हमें सिखाते,
शब्द शब्द का अर्थ बताते,
कभी प्यार से कभी डांट से,
जीवन जीना हमें सिखाते।
3. गुमनामी के अंधेरे में था
पहचान बना दिया
दुनिया के गम से मुझे
अनजान बना दिया
उनकी ऐसी कृपा हुई
4. गुरु का महत्व कभी न होगा कम,
भले कर लें कितनी भी उन्नति हम,
वैसे तो हैं इंटरनेट पर हर प्रकार का ज्ञान,
पर अच्छे बुरे की नहीं हैं उसे पहचान।
5. अज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योत जलाई है,
गुरुवर के चरणों में रहकर हमने शिक्षा पाई है,
गलत राह पर भटके जब हम,
तो गुरुवर ने राह दिखाई है।
6. जीवन के हर अंधेरे में रोशनी दिखाते हैं आप,
बंद हो जाते है जब सारे दरवाजे नया रास्ता दिखाते हैं आप,
सिर्फ किताबी ज्ञान ही नहीं जीवन जीना भी सिखाते हैं आप।
.7. दिया ज्ञान का भंडार हमें,
किया भविष्य के लिए तैयार हमें,
है आभारी उन गुरूओं के हम,
जो किया कृतज्ञ अपार हमें।
8. गुरु ने मुझे एक अच्छा इंसान बना दिया।
बिना गुरु नहीं होता जीवन साकार,
सर पर होता जब गुरु का हाथ,
तभी बनता जीवन का सही आकार,
गुरु ही है सफल जीवन का आधार।
9. सही क्या है ? गलत क्या है ?
ये सबक पढ़ाते हैं आप,
झूठ क्या है ? सच क्या है ?
ये बात समझाते हैं आप,
जब सूझता नहीं कुछ भी,
राहों को सरल बनाते हैं आप।
10. जो बनाए हमें इंसान
और दे सही-गलत की पहचान
देश के उन निर्माताओं को
हम करते हैं शत-शत प्रणाम!