ईयरफोन आज के ज़माने की एक बड़ी ज़रूरत बन गया है, आपको बता दें कि जिसक चलते हम सब एक नई बीमारी को दावत दे रहे है.हम सब अकसर अपने सफर के दौरान घंटो तक ईयरफोन लगा कर कई चीज़े सुनते या देखते है तो सतर्क हो जाएं आपकी ये आदत आपको खतरे में डाल सकती है। ये आदत आपकी सेहत को भरी पड़ सकती है.
ज्ञात हो कि अगर कोई व्यक्ति 40 घंटे से अधिक देर तक ईयरफोन पर 90 डेसिबल की ध्वनि पर कोई चीज सुनता है तो कान की नसें पूरी तरह से डेड हो सकती हैं। ईयरफोन से लंबे समय तक गाना सुनने से दिमाग पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही ईयरफोन से निकलने वाली विद्युत चुंबकीय तरंगे दिमाग के सेल्स को काफी क्षति पहुंचाती हैं।
बता दें कि लंबे समय तक ईयरफोन से गाना सुनने से कान सुन्न हो जाता है जिससे धीरे-धीरे सुनने की क्षमता जा सकती है। तेज आवाज में संगीत सुनने से मानसिक समस्याएं तो पैदा करती ही है इससे हृदय रोग और कैंसर का भी खतरा बढ़ जाता है़। ज्ञात हो कि कानों की सुनने की क्षमता महज 90 डेसिबल होती है जो लगातार सुनने से धीरे-धीरे 40 से 50 डेसिबल तक कम हो जाती है। जिससे दूर की आवाज सुनाई नहीं देती हैं। जिसकी वजह से बहरेपन की शिकायत होने लगती है।
बचाव के तरीके-
-ईयरफोन का इस्तेमाल कम से कम करें।
-ईयरफोन लगाकर काम करना जरूरी हो तो एक घंटे पर कम से कम 5 मिनट का ब्रेक लें।
-अच्छी क्वालिटी के ही हेडफोन्स या ईयरफोन्स का प्रयोग करें।
-ईयरबड की जगह अच्छे हेडफोन का प्रयोग करें।
-ईयरफोन पर हुई एक रिसर्च के अनुसार यदि कोई व्यक्ति रोजाना एक घंटे से ज्यादा समय 80 डेसीबेल्स से अधिक तेज ध्वनि में संगीत सुनता है तो लगभग 5 सालों में उसे सुनने में कठिनाई महसूस हो सकती है।