उत्तरकाशी। जिले में भारी बर्फबारी और बरसात से जनजीवन प्रभावित है। चौरंगी खाल, राड़ी टॉप, गंगनानी, सुक्की टॉप, हर्षिल, गंगोत्री, फूलचट्टी, जानकीचट्टी यमनोत्री क्षेत्र में बर्फ की सफेद चादर बिछ गई है। ज्यादातर गांवों में बिजली गुल हो गई है। गुरुवार रात को बारिश के बाद तेज बर्फ गिरी है।
बारात की पांच गाड़ियां डंडाल गांव के पास फंसी
इससे पहले बारिश और भारी बर्फबारी से धरासू-यमुनोत्री हाईवे राड़ी टॉप के पास बाधित हो गया। इस दौरान बड़कोट के ओजरी गांव से वापस लौट रही बारात की पांच गाड़ियां डंडाल गांव के पास फंस गई। तीन घंटे तक कोई मदद न मिलने से बारातियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आपदा कंट्रोल रूम को सूचना मिलने के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस और प्रशासन ने संपर्क करने पर वापस बड़कोट लौटने को कहा
केलशु घाटी के ढासड़ा गांव के दिनेश राणा ने बताया कि उनके गांव से गुरुवार सुबह बारात बड़कोट के ओजरी गांव गई थी। भारी बर्फबारी के बीच बारात शाम को लौट रही थी। यह लोग धरासू-यमुनोत्री हाईवे पर डंडाल गांव के पास फंसे रहे। बारात के पांच वाहनों में करीब 50 लोग सवार थे। उन्होंने बताया कि पुलिस और प्रशासन ने संपर्क करने पर वापस बड़कोट लौटने को कहा। आपदा कंट्रोल रूम का कहना है कि बड़कोट पुलिस को इसकी सूचना दी गई। बर्फबारी में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर होटलों में ठहराया गया है। रास्ते से बर्फ हटाने का काम जारी है।
यह रास्ते हैं बंद
गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग गंगनानी से ऊपर गंगोत्री। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग राड़ी टॉप, हनुमानचट्टी- फूलचट्टी से जानकीचट्टी तक। सुवाखोली मोटर मार्ग मारियाना टॉप-सुवाखोली। उत्तरकाशी-लंबगांव मोटर मार्ग चौरंगीखाल। बीआरओ की टीमें रास्तों से बर्फ हटा रही हैं। कई जगह जेसीबी लगाई गई हैं।
काश्तकारों के चेहरे खिलेः ताजा बर्फबारी से काश्तकारों बागवानों के चेहरे खिल गए हैं। साल की पहली बर्फबारी का लोगों को इंतजार था। यह बर्फ रबी और खरीब की फसलों के लिये लाभदायक है। सेब बागानों के लिए भी बर्फ फायदेमंद है।