बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को लाते थे हिंदुस्तान, उत्तर प्रदेश के शहरों में यूं दिलाते थे काम

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उत्तर प्रदेश॥ ATS ने बांग्लादेश सीमा पर म्यांमार के रोहिंग्या को हिंदुस्तान में प्रवेश कराने वाले मानव तस्करी के गिरोह का खुलासा किया है। ये गिरोह हिंदुस्तान में अवैध रूप से बांग्लादेशियों और रोहिंग्या को लाते हैं। इसके बाद इन्हें स्लाटर हाउस में नौकरी दिलवाते हैं। जिसके बदले में उनसे मनमानी रकम वसूलते हैं।

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यूपी ATS ने सोनू निवासी मखदूम नगर कमेला रोड, कोल थाना कोतवाली नगर अलीगढ़ उत्तर प्रदेश और राजू (प्रतीकात्मक नाम) पुत्र निवासी कासिम नगर सदर कोतवाली उन्नाव को अरेस्ट किया है, जो मूलत: ग्राम तमचन, थाना मगरू, जिला अकियाव म्यांमार के निवासी हैं।

अलीगढ़, उन्नाव और मथुरा में दिलाते थे रोजगार

यूपी ATS के मुताबिक म्यांमार निवासी रोहिंग्या राजू (प्रतीकात्मक नाम) अवैध रूप से रोहिंग्या को हिंदुस्तान में प्रवेश कराते थे। संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (यूएनएचसीआर) में पंजीकरण कराने के बाद आवश्यकता के अनुसार उन्हें अलीगढ़, उन्नाव, मथुरा में संचालित स्लाटर हाउस में रोजगार उपलब्ध कराते थे। फर्जी प्रपत्रों के आधार पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि भी बनवा देते थे।

बांग्लादेशी और रोहिंग्याओं को हिंदुस्तान लाते थे

आपको बता दें कि जिले के स्लाटर हाउस में बिहार, पश्चिम बंगाल, केरल जैसे शहरों के मजदूरों की अच्छी मांग रहती है। जिसका फायदा दोनों भाई फारुख और राजू उठाते थे। अवैध रूप से बांग्लादेशी और रोहिंग्या को प्रवेश कराकर उन्हें रोजगार देते थे।

2020 से किराये के मकान पर रह रहा था

यूपी ATS के मुताबिक, डेढ़ हजार से ज्यादा बांग्लादेशी अवैध रूप से देश में हैं। जिन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर आधार कार्ड, पासपोर्ट और पैन कार्ड भी बनवा लिए हैं। रोहिंग्या राजू 8 साल पहले अलीगढ़ निवासी से शादी की थी। जिससे उसके 4 बच्चे हुए। राजू अपने परिवार के साथ सदर कोतवाली क्षेत्र के कासिम नगर में अक्टूबर 2020 में किराए के मकान पर रहने आ गया था। जिसका आधार कार्ड भी अलीगढ़ के मकान नंबर 30 मखदूम नगर के पते से बना है।

 

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