IAS के इंटरव्यू में पूछा गया क्या हिंदुस्तान एक नाखुश देश है? जानिए उम्मीदवार ने क्या जवाब दिया

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नई दिल्ली॥ Indian Administrative Service बनना बहुत ही मुश्किल कार्य है। हर वर्ष बहुत सारे लोग IAS परीक्षा का एग्जाम देते हैं जिसमें कुछ चुनिंदा प्रत्याशियों को ही इस परीक्षा में सफलता प्राप्त होती है। कुछ लोग तो इस परीक्षा को एक या दो अटेम्पट यानी कि प्री और मेंस परीक्षा में क्लियर कर लेते है पर बाद में इंटरव्यू में बाहर निकल जाते हैं।

ऐसे लोग इंटरव्यू लेने वाले अफसरों के प्रश्नों का सही उत्तर नहीं दे पाते हैं। बहुत बार ऐसा भी होता है कि सवाल पूछने के बाद उम्मीदवार घबराहट की वजह से सही उत्तर नहीं दे पाते हैं। ऐसे में यदि आप IAS एग्जाम देने वाले हैं तो हम आपकी सहायता करने के लिए साल 2017 में यूपीएससी एग्जाम में 584 अंक प्राप्त करने वाले विकास सुंदे से पूछे गए सवाल लेकर आए हैं। विकास सुंदे ने कौन से सवालों का जवाब देकर IAS परीक्षा में सफलता प्राप्त की आइए जानते हैं।

एक इंटरव्यू में विकास ने बताया कि उनसे इंटरव्यू के दौरान प्रश्न पूछा गया कि हिंदुस्तान में कहा जाता है कि “इंडिया इज ग्रोइंग इकोनामी बट एंड अनहैप्पी नेशन” क्या आप इससे सहमत हैं? इस प्रश्न के उत्तर में विकास ने कहा मैं इस बात से पूरी तरह से सहमत हूं। विकास कहते हैं कि इकोनामिक ग्रोथ खुशी की वजह नहीं हो सकती है। किसी भी देश में रहने वाले लोग तभी खुश हो सकते हैं जहां वह पूरी तरह से संतुष्ट हो और साथ ही मानसिक शांति का होना भी बहुत आवश्यक होता है।

जिसकी हिंदुस्तान में अभी भी बहुत ज्यादा कमी है। एक प्रश्न के उत्तर में बात करते हुए विकास सुंदे बताते हैं कि इंटरव्यू लेने वाले अफसर ने मुझसे पूछा कि क्या आप JNU के स्टूडेंट रहे हैं और हाल फिलहाल JNU कुछ अच्छी वजह से खबरों में नहीं रहा है। JNU को लेकर पूरे भारत में जो छवि बनी है या बनाई गई है आप इससे कितना सहमत हैं। क्या वाकई JNU में सब कुछ वैसा होता है जैसा दिखाया जाता है।

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इस सवाल के जवाब पर विकास ने जवाब दिया की मीडिया में JNU को लेकर जो छवि दिखाई जा रही है मैं उससे जरा भी सहमत नहीं हूं। विकास ने कहा सर मेरा एक्सपीरियंस ये है कि आप JNU में किसी भी स्तर पर जाकर डिबेट कर सकते हैं। ऐसे में मैं JNU को एक आदर्श संस्थान के रूप में देखता हूं। मीडिया में JNU की जो छवि बनाई गई है मैं उसे जरा भी सहमत नहीं हूं।

फोटो- फाइल

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