दलित पढ़े तो नक्सली, मुसलमान पढ़े तो आतंकी, ये नहीं चलेगा

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पटना॥ बांका के मदरसे में हुए बम विस्फोट के बाद राजनीति तेज हो गई है। BJP जहां इस मामले में सख्ती भरा बयान देते हुए मदरसों को आतंक की पाठशाला करार देती है। वहीं JDU सहित कई सहयोगी दलों ने BJP के बयान पर सख्ती से विरोध जताया है। एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी ने BJP विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान का तीखे शब्दों में विरोध करते हुए ट्वीट किया है।

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गुरुवार को उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा- ‘जब भी दलित लोगों के बाल-बच्चे पढ़ाई करते हैं, उसे नक्सली बता दिया जाता है और मुस्लिमों के बच्चे मदरसों में पढ़ते हैं तो उसे आतंकवादी कह दिया जाता है। भाई साहब ऐसी मानसिकता से निकलिए। यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए सही नहीं है। ऐसी सोच समाज को तोड़ने वाली है। ऐसी बातों का मैं व्यक्तिगत रूप से पुरजोर खंडन करता हूं।’

आपको बता दूं कि इसी मसले पर BJP विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मदरसे को आतंकवाद की पढ़ाई का केंद्र बताया था। बचौल ने कहा था कि यहां जिस तरह से बम ब्लास्ट हुआ है वो सवालों के घेरे में है। निश्चित रूप से यहां बड़ी घटना को अंजाम देने की कोशिश हो रही थी।

इस बयान से गरमाई बिहार की सियासत में जीतन राम मांझी के बयान के साथ JDU ने भी विरोध शुरू कर दिया है। JDU नेता और अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान ने विरोध दर्ज कराते हुए यहां तक कह दिया कि BJP विधायक को शायद मंदिर और मस्जिद के बारे में पता नहीं इसलिए ऐसे बयान दे रहे हैं। मंदिर में पूजा और मस्जिद में सिर्फ नमाज अता की जाती है।

वहीं मांझी के बयान पर अब कांग्रेस ने भी तंज कसते हुए कहा कि जीतन राम मांझी एनडीए के नेता हैं। उन्हें लगता है कि BJP के नेता गलतबयानी कर रही हैं तो BJP से पूछें, सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए बयान मत दिया करें। अगर मांझी जी को लगता है कि सबकुछ गलत है तो एनडीए से बाहर आना चाहिए।

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