हस्तरेखा विज्ञान में हथेली की रेखाओं को देखकर व्यक्ति के भविष्य की जानकारी प्राप्त करने के बारे में बताया गया है। इसके साथ ही हथेली में मौजूद तिल के निशान भी जिंदगी से जुड़े कई राज की जानकारी देते हैं। हथेली के कुछ पर्वतों पर होने वाले तिल अशुभ की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि समय-समय पर हथेली की रेखाओं में बदलाव होते रहते हैं। वहीं कई लोगों की हथेली में तिल के निशान देखे जाते हैं। हथेली के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद तिल का अर्थ भी अलग-अलग ही होता है। आइये जानते हैं कि हथेली के विभिन्न पर्वतों पर मौजूद तिल क्या मतलब होता है।
- हस्तरेखा शास्त्र में बताया गए है कि हथेली के शुक्र पर्वत पर स्थित तिल अशुभ होता है। जिन लोगों की हथेली में शुक्र पर्वत पर तिल न होता है। उनके विचरों में शुद्धता नहीं होती और ऐसे लोगों के विचार स्थिर नहीं होते।.
- अगर हथेली में चंद्र पर्वत पर तिल का निशान है तो ऐसे में व्यक्ति को हमेशा सतर्क रहना चाहिए। ऐसे लोगों को तालाब, नदी या समुद्र में डूबने का खतरा रहता है।
- हथेली के गुरु पर्वत पर भी तिल का होना अशुभ होता है। कहते हैं जिनकी हथेली में गरु पर्वत पर तिल होता है। उनकी शादी में काफी विलंब होता है। ऐसे लोगों को विवाह के बाद भी कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही काफी मेहनत के बावजूद की उचित सफलता नहीं मिलती है।
- शनि पर्वत पर तिल का निशान भी अशुभ होता है। ऐसे लोगों के विवाह में देरी होती है। साथ ही शादीशुदा जिंदगी भी संतोषजनक नहीं होती। लाइफ पार्टनर से बात-बात पर विवाद होने की संभावना रहती है।
- सूर्य पर्वत पर तिल का निशान होने से व्यक्ति को समाज में अपमान झेलना पड़ता है। वहीं अगर तिल का निशान बुध पर्वत पर हो तो अचानक नुकसान होने की संभवना प्रबल होती है ।