हमेशा फिट रहना चाहते हैं तो अपनाएं आयुर्वेद के ये 4 नियम, कभी नहीं आएगा बुढ़ापा

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आजकल की बदलती जीवनशैली का चलते हर व्यक्ति के खान-पान का तरीका पूरी तरह से बदल गया है। काम के दबाव की वजह से अक्सर हम रात में जो कुछ भी आसानी से मिलता है उसे ही खाकर सो जाते हैं। इस कारण अपच, एसिडिटी, कब्ज आदि परेशानियों से ग्रस्त रहते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए हेल्दी भोजन का सेवन करना चाहिए और कुछ नियमों का पालन करना चाहिए।

HELTH TIPS

गर्म और फ्रेश भोजन करें

आयुर्वेद के अनुसार, हमें ठंडे और बासी भोजन से परहेज करना चाहिए। शरीर के तीन मुख्य प्रकृति है- वात, पित्त और कफ। इनका संतुलन बिगड़ने से हम बीमार हो सकते हैं। इसके साथ ही बहुत ज्यादा गर्म खाने का भी सेवन नहीं करना चाहिए। ये पित्त दोष को बढ़ाने में मददगार होता है। वहीं ठंडा खाना पाचन क्रिया पर बुरा प्रभाव डालता है।

बहुत ज्यादा खाने से बचें

बहुत सी लोगों की आदत होती है कि वह अच्छा खाना देखकर जरूरत से अधिक खा लेते हैं। ये शरीर के लिए बहुत नुकसान दायक होता है। ऐसा करने से आपको कब्ज, एसिडिटी और पाचन संबंधी (Digestion Problem) परेशानी हो सकती है। यह वात, पित्त और कफ के संतुलन को बिगाड़ सकती है।

चीनी की जगह गुड़ खाएं

अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं तो चीनी की जगह गुड़ का सेवन करें। आयुर्वेद के अनुसार, इसके रेगुलर सेवन से आपको गैस की समस्या से निजात मिलेगी। इसके साथ ही जोड़ो में दर्द आदि होने पर आप अदरक के साथ मिलकर इसका सेवन करें। यह दर्द से मुक्ति दिलाने में मदद करेगा।

जंक फूड से बचें

जंक फूड में भारी मात्रा में शुगर और फैट्स पाएं जाते हैं। यह हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure), डायबिटीज (Diabetes), दिल की बीमारी होने का खतरा बना रहता है।

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