सेहतमंद रहने के लिए रोजाना ग्रीन टी पीने की सलाह बहुत लोग देते हैं। इसके लिए बाजार में नाना प्रकार की ग्रीन टी उपलब्ध हैं। ग्रीन टी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो सेहत और सुंदरता के लिए फायदेमंद साबित होते हैं। खासकर मोटापा और मधुमेह के लिए ग्रीन टी रामबाण दवा साबित होती है। अगर आप भी मोटापा या मधुमेह से पीड़ित हैं, तो रोजाना 2 कप ग्रीन टी जरूर पिएं। इसके लिए आप रूइबोस टी का भी सेवन कर सकते हैं। कई शोधों में खुलासा हो चुका है कि रूइबोस टी शुगर कंट्रोल करने में सक्षम है। तो आइए, इसके बारे में सबकुछ जानते हैं-
रूइबोस का पौधा दक्षिण अफ्रीका में उगता है। लाल रंग होने के चलते रूइबोस को रेड बुश कहा जाता है। टी वैज्ञानिक भाषा में रूइबोस Aspalathus linearis (एस्पालाथस लीनियरिस) कहा जाता है। रूइबोस की पत्तियों और फूलों से चाय पत्ती बनाई जाती है। इसे रेड टी, रेड बुश और रूइबोस भी कहा जाता है। विशेषज्ञों की मानें तो रूइबोस टी में कैफीन नहीं होता है। इसके लिए यह अन्य चाय की तुलना में ज्यादा फायदेमंद है। इसके अलावा, रूइबोस टी में टैनिन भी बहुत कम होता है।
एक शोध में रूइबोस टी के बारे में विस्तार से बताया गया है। इस शोध की मानें तो रूइबोस टी में पॉलीफेनोल्स का गुण पाया जाता है, जो शुगर कंट्रोल करने में अहम भूमिका निभाता है। साथ ही इसमें एंटी डायबिटिक के गुण पाए जाते हैं, जो शुगर कंट्रोल करने और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं। यह शोध खरगोश पर किया गया था। इस शोध में 88 डायबिटीज खरगोश का इलाज रूइबोस के अर्क से किया गया। शोध में यह पाया गया कि खरगोशों का शुगर कम हुआ है। इसके लिए डायबिटीज के मरीज शुगर कंट्रोल करने के लिए रोजाना रूइबोस टी जरूर पिएं।