कहते हैं कि सफलता मिलने के बाद आये धन का प्रयोग बहुत ही सावधानी से करना चाहिए अन्यथा उसका नाश होने में समय नहीं लगता है। कई बार ऐसा होता है कि धन प्राप्त होने के बाद कुछ लोग अपने मूल कर्तव्यों को भूल जाते हैं और अहंकार व दिखावे में लिप्त हो जाते हैं। ऐसे लोगों के पास धन की देवी लक्ष्मी जी ज्यादा दिनों तक नहीं टिकती है और उसके पास से चली जाती हैं।
जीवन में धन प्राप्त होने के बाद व्यक्ति को गंभीर हो जाना चाहिए। उसे अपने स्वभाव में विनम्रता और वाणी में मधुरता लानी चाहिए न कि घमंड करना चाहिए। अहंकार कई प्रकार के दोषों को बढ़ाता है। माता लक्ष्मी को अहंकारी लोग पसंद नहीं है। ऐसे में अहंकार से धन की हानि होने लगती है। जीवन में धन की कमी न रहे और लक्ष्मी जी का आशीर्वाद बना रहे। इसके लिए व्यक्ति को कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए।
दान
कहते हैं कि समय-समय पर व्यक्ति को दान करते रहने चाहिए। दान करने से सभी देवी देवता प्रसन्न होते हैं और अपना आशीर्वाद प्रदान करते हैं। दान करने वाले लोगों के जीवन में हमेशा सुख-शांति बनी रहती है और उन्हें समाज में भी सम्मान मिलता है।
दया
व्यक्ति को अपने मन में हमेशा दया का भाव बना रहना चाहिए। दया मनुष्य का सबसे बड़ा गुण है। इस गुण से युक्त व्यक्ति पर हमेशा लक्ष्मी जी मेहरबान रहती है। ऐसे लोगों को समाज में आदर की दृष्टि से देखा जाता है। ऐसे लोगों दूसरों के लिए उदाहरण बनते हैं। अन्य लोग इनसे प्रेरणा लेते हैं। लक्ष्मी जी दया भाव रखने वालों का साथ कभी नहीं छोड़ती हैं।