कुंडली में अगर राहु-केतु की दशा खराब होती है या फिर कमजोर होती है तो व्यक्ति पर इसका नकारात्मक असर पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र में राहु-केतु के अशुभ प्रभाव को बेहद खतरनाक माना जाता है। कहते हैं कि ये दोनों महज छाया ग्रह हैं लेकिन किसी की कुंडली में इनकी दशा खराब होने उस उसे काफी मुश्किलों सामना करना पड़ता है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि राहु-केतु जीवन में तनाव और कलह की वजह बनते हैं। कुंडली में बैठे राहु-केतु को शांत करने के लिए लोग घर में पूजा-पाठ आदि करते रहना चाहिए। राहु-केतु के नकारात्मक प्रभावों को खत्म करने के लिए घर के मंदिर में ही बेहतरीन उपाय छिपे हैं।
घंटी बजाने से नष्ट होते हैं पाप
ज्योतिषकार्य कहते कि पूजा के समय घंटी बजाने से राहु और केतु का नकारात्मक प्रभाव खत्म होता है। इसके साथ ही घंटी बजाने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त होता है और कई प्रकार के पाप नष्ट होते हैं। घंटी बजाने को लेकर मान्यता भी है इससे पूजा सफल हो जाती है और भगवान खुश होते हैं।
घंटी बजाने का है वैज्ञानिक कारण
वैज्ञानिक कारण की मानें तो घर में घंटी बजाने से उत्पन्न कंपन वातावरण में मौजूद कीटाणु और विष्णाओं को खत्म करने में मददगार होता है। साथ ही आसपास का माहौल शुद्ध और पवित्र होता है।
भगवान विष्णु की रहती है कृपा
धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि घंटी का संबंध भगवान विष्णु के वाहन गरुड़ से से है। ऐसे में घर में पूजा के समय हर दिन घंटी बजाने से भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है और राहु-केतु शांत का प्रकोप भी शांत होता है।
ऐसी होनी चाहिए पूजा की घंटी
यूं तो बाजार में कई तरह की घंटियां मिलती हैं लेकिन हर पूजा में इस्तेमाल होने वाली घंटी पर गरुड़ का चिन्ह होना ज्यादा अच्छा माना जाता है। नियमित रूप से होने वाली पूजा के समय गरुड़ के चिन्ह वाली घंटी ही बजानी चाहिए। ऐसा करने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं।