नई दिल्ली। अगर आप नौकरी करते है तो यह खबर आपके बेहद काम की है। हर महीने सैलरी (Salary) आने पर सभी खुश होते हैं लेकिन उस पर टैक्स देने पर शायद ही कोई खुश होता हो। इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आपको टैक्स की चोरी करनी चाहिए लेकिन टैक्स बचा कर आप टैक्स देने से बच सकते हैं।
बस आपको टैक्स बचत के तरीकों के बारे में पता होना चाहिए जिससे आपके निवेश करने की वजह से सैलरी (Salary) पर टैक्स कम लगेगा। इससे बचत बढ़ेगी और आपका पर्याप्त रिटायरमेंट फंड भी तैयार होगा। आइये आपको बताते हैं कि कौन-कौन से प्लान ऐसे है जिन पर टैक्स में छूट मिलती है। इन प्लान्स को अपना कर टैक्स में आसानी बचत कर सकते हैं। इसकी ज्यादा जानकारी के लिए आप इनकम टैक्स एक्ट, 1961 देख सकते हैं।
ईपीएफ सबसे लोकप्रिय टैक्स सेविंग स्कीम है। इसमें कर्मचारी के साथ-साथ कंपनी भी योगदान देती है। ईपीएफ के जमा पैसे और ब्याज पर किसी तरह का टैक्स नहीं लगता। इससे टैक्स में भी बचत होती है।
पीपीएफ यानि पब्लिक प्रोविडेंट फंड में निवेश करके भी टैक्स बचाया जा सकता है। इसमें रिटायरमेंट के समय गारंटीड रिटर्न मिलता है। इसके अतिरिक्त इसमें जमा राशि, ब्याज और पैसा निकालने पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लगता।
नेशनल पेंशन सिस्टम या एनपीएस में जल्द रिटायरमेंट चाहने वाले लोग निवेश कर सकते हैं। इसमें पीपीएफ और एफडी से अधिक रिटर्न मिलता है। नेशनल पेंशन सिस्टम में 1.5 लाख रुपये तक टैक्स छूट का क्लेम किया जा सकता है।
इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (ELSS) को नौकरीपेशा लोगों के लिए सेविंग और टैक्स बचत का एक अच्छा माध्यम माना जाता है। इसमें 80सी के अन्तर्गत निवेश पर टैक्स में छूट मिलती है लेकिन एक लाख से अधिक रिटर्न होने पर इसमें 10 फीसदी के हिसाब से टैक्स लगता है। (Salary)
टैक्स सेविंग फिक्स्ड डिपॉजिट में निवेश पर टैक्स में भी छूट मिलती है। इसके साथ ही इससे भविष्य के लिए एक बड़ा फंड भी तैयार किया जा सकता है। यह एफडी स्कीम की तरह ही होती है और इसमें 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स में छूट मिलती है। (Salary)